अमेरिका ने पाकिस्तान को F-16 के लिए उन्नत तकनीक बेचने को दी मंजूरी

आतंकवाद रोकने के नाम पर अमेरिका का पाकिस्तान की सैन्य क्षमता बढ़ाने का प्रयास
अमेरिका ने पाकिस्तान को F-16 के लिए उन्नत तकनीक बेचने को दी मंजूरी
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इस्लामाबादः भारत-पाकिस्तान के बीच चार दिनों की जंग में यह साफ हो गया था कि भले अमेरिका व्यापारिक रूप से भारत से ज्यादा जुड़ा हुआ है, लेकिन रणनीतिक रूप से वह पाकिस्तान के करीब है। अब वह पाकिस्तानी सैन्य क्षमता को बढ़ाने में नये सिरे से मदद देने जा रहा है। दरअसल अमेरिका ने पाकिस्तान को एफ-16 लड़ाकू विमानों के लिए उन्नत तकनीक और सहायता बेचने को मंजूरी दे दी है, जिसका मूल्य 68.6 करोड़ डॉलर है।

बृहस्पतिवार को ‘डॉन’ अखबार की खबर के मुताबिक, अमेरिकी रक्षा सुरक्षा सहयोग एजेंसी (डीएससीए) ने सोमवार को संसद को भेजे गए एक पत्र में इस बिक्री को मंजूरी दी है। इस पैकेज में लिंक-16 सिस्टम, क्रिप्टोग्राफिक उपकरण, एवियोनिक्स अपडेट, प्रशिक्षण और व्यापक साजोसामान संबंधी सहायता शामिल है।

आतंक रोधी अभियान के नाम पर पाक की मदद

डीएससीए के पत्र में इस बिक्री का कारण स्पष्ट किया गया है। इसमें कहा गया है कि यह कदम ‘‘अमेरिका की विदेश नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा उद्देश्यों का समर्थन करेगा, क्योंकि इससे पाकिस्तान को आतंकवाद-रोधी अभियानों और भविष्य की आकस्मिक परिस्थितियों की तैयारी में अमेरिकी और साझेदार बलों के साथ अंतर-परिचालन बनाए रखने में मदद मिलेगी।’’ प्रस्तावित बिक्री का उद्देश्य पाकिस्तान के एफ-16 बेड़े का आधुनिकीकरण करना और परिचालन सुरक्षा संबंधी चिंताओं का समाधान करना भी है।

पाकिस्तान के जरिये क्षेत्रीय संतुलन साधने की कोशिश

क्षेत्रीय संतुलन को लेकर चिंताओं पर भी पत्र में कहा गया है कि ‘‘उपकरणों की प्रस्तावित बिक्री और समर्थन क्षेत्र में बुनियादी सैन्य संतुलन को नहीं बदलेगा।’’ इस बिक्री का कुल अनुमानित मूल्य 68.6 करोड़ डॉलर है, जिसमें 3.7 करोड़ डॉलर मूल्य का प्रमुख रक्षा उपकरण और 64.9 करोड़ डॉलर मूल्य की अन्य सामग्री शामिल है।

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