नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट में आवारा कुत्तों के लिए 3 जजों का स्पेशल बेंच बनाया गया है। 2 जजों के बेंच ने दिल्ली-एनसीआर में सब आवारा कुत्तों को पकड़ने और शेल्टर हाउस भेजने का आदेश दिया था। कुछ लोग इस आदेश का विरोध कर रहे हैं।
प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) बीआर गवई ने बुधवार को आवारा कुत्तों से संबंधित एक याचिका को तत्काल सुनवाई के लिए उल्लेख किये जाने पर कहा कि वे इस पर गौर करेंगे। जिन न्यायाधीशों ने दिल्ली-एनसीआर की सड़कों से आवारा कुत्तों को हटाने संबंधी आदेश पारित किया था वे अब नये पीठ का हिस्सा नहीं हैं।
सोमवार को दो जजों के पीठ ने कहा था कि आवारा कुत्तों द्वारा लोगों को काटने की घटनाओं ने बेहद गंभीर स्थितियां पैदा कर दी हैं। पीठ ने अधिकारियों को निर्देश दिया था कि वे 6 से 8 हफ्ते के भीतर 5,000 आवारा कुत्तों के लिए आश्रय स्थल बनाएं।
लोगों को केवल ‘तारीख पर तारीख’
एक ओर कुत्तों के लिए स्पेशल बेंच गठित हो रहे हैं। तो दूसरी ओर करोड़ों लोगों को 40-40, 50-50 साल से केवल तारीख पर तारीख मिल रही है। इस मामले में जिला अदालतों से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक एक जैसा हाल है। आदमी की औकात अब कुत्तों से भी कम?
देखिए, आंकड़े बोल रहे हैं -
5 करोड़, 20 लाख केस पेंडिंग हैं देशभर की अदालतों में
लगभग 86 हजार केस पेंडिंग हैं देश के सुप्रीम कोर्ट में
3 लाख 40 हजार केस चल रहे हैं 20 से 30 साल से
लगभग 23 हजार केस पेंडिंग हैं 25 हाईकोर्ट में
कुत्तों ने महिला को नोच-नोच कर मार डाला
इसी बीच बीते दिन कुशीनगर जिले में कथित तौर पर आवारा कुत्तों के झुंड ने मानसिक रूप से विक्षिप्त एक महिला को नोच-नोच कर मार डाला।
यह घटना हाटा थाना क्षेत्र के गांव अर्जुन डुमरी में हुई। हाटा के थाना प्रभारी रामसहाय चौहान ने बताया कि उन्हें सूचना मिली कि माधुरी (30) नामक एक महिला का शव ग्राम पंचायत भवन के पास धान के खेत में पड़ा है और आवारा कुत्ते उसे नोच रहे हैं।
पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे, कुत्तों को भगाया और शव को कब्जे में ले लिया। महिला मानसिक रूप से विक्षिप्त थी और संभवत: मंगलवार को किसी कारणवश पंचायत भवन के पीछे गई होगी, जहां उसकी मौत हो गई।