'मंत्री जी, प्रश्नकाल में शेरो शायरी नहीं होती', - ओम बिरला ने खट्टर से ऐसा क्यों कहा ?

'मंत्री जी, प्रश्नकाल में शेरो शायरी नहीं होती', - ओम बिरला ने खट्टर से ऐसा क्यों कहा ?

प्रश्नकाल के दौरान ओम बिरला ने कसा तंज
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नई दिल्ली - लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने गुरुवार को ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर को सदन में प्रश्नकाल के दौरान शेरो-शायरी करने से मना किया। उन्होंने यह टिप्पणी उस समय की जब खट्टर ने एक पूरक प्रश्न का उत्तर देते हुए कांग्रेस पर तंज कसते हुए एक शायरी पढ़ी, जिस पर अध्यक्ष ने उन्हें टोका। वह कांग्रेस के लोकसभा के सदस्य हरीश मीणा के पूरक प्रश्न का उत्तर दे रहे थे। इस पर बिरला ने कहा, ‘‘मंत्री जी, प्रश्नकाल में शेरो शायरी नहीं होती।’’

विपक्ष सदस्यों ने ‘पादरियों पर हमले’ को लेकर लोकसभा में नारेबाजी की

गुरुवार को लोकसभा में कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों ने मध्य प्रदेश के जबलपुर में कैथोलिक पादरियों पर कथित हमले के विरोध में नारेबाजी की और सदन से वॉकआउट कर दिया। जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई, विपक्षी सदस्यों ने इस मुद्दे को उठाने की कोशिश की, और कुछ नेता नारे लगाते हुए आसन के पास पहुंच गए। उन्होंने इस मामले पर चर्चा की मांग की, लेकिन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने इसे उठाने की अनुमति नहीं दी और प्रश्नकाल शुरू कराया। इसके बाद, नाराज विपक्षी सदस्य सदन से बाहर चले गए।

कांग्रेस सदस्यों ने इस विषय को लेकर संसद परिसर में भी नारेबाजी की। कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल ने दावा किया कि विश्व हिंदू परिषद के लोगों ने मंगलवार को दो ईसाई पादरियों पर हमला किया। उन्होंने कहा, ‘‘अल्पसंख्यकों पर जिस तरह से हमला किया जा रहा है, उसकी यह एक और मिसाल है। संघ परिवार के लोग गिरजाघरों पर हमले कर रहे हैं। सरकार कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।’’

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