इंडिगो संकट: मंत्रालय की अधिकारी ने कोलकाता एयरपोर्ट की व्यवस्था का लिया जायजा

कोलकाता हवाई अड्डे से प्रतिदिन इंडिगो की कुल 181 उड़ानें संचालित होती हैं, जिनमें से 91 यहां पहुंचती हैं और 90 प्रस्थान करती हैं।
इंडिगो संकट: मंत्रालय की अधिकारी ने कोलकाता एयरपोर्ट की व्यवस्था का लिया जायजा
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कोलकाताः नागरिक उड्डयन मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर स्थिति की समीक्षा की। पिछले आठ दिनों में घरेलू एयरलाइन इंडिगो के परिचालन में बड़े पैमाने पर व्यवधान आया है।

राहुल भाटिया के नियंत्रण वाली इस घरेलू एयरलाइन ने पिछले आठ दिनों में अपनी चार हजार उड़ानें रद्द कर दी हैं, जिससे लाखों यात्रियों को परेशानी हुई है और हवाई अड्डों पर अफरा-तफरी मच गई है। हालांकि, छह मेट्रो हवाई अड्डों में से कोलकाता सबसे कम प्रभावित हुआ।

कोलकाता हवाई अड्डे से प्रतिदिन इंडिगो की कुल 181 उड़ानें संचालित होती हैं, जिनमें से 91 यहां पहुंचती हैं और 90 प्रस्थान करती हैं।

यात्रियों से बात कर समस्याएं दूर करने का प्रयास

बयान के अनुसार नागरिक उड्डयन मंत्रालय में निदेशक तन्वी सुंदरियाल ने यात्री संपर्क बिंदुओं, इंडिगो टिकट बुकिंग काउंटर, इसके हेल्प डेस्क, चेक-इन काउंटर और प्रस्थान द्वारों का व्यापक निरीक्षण किया और प्रभावित यात्रियों से सीधे बातचीत की ताकि उनकी चिंताओं को सीधे समझा जा सके।

कोलकाता हवाई अड्डे ने एक बयान में कहा कि अधिकारी ने विभिन्न स्थानों पर प्रतीक्षा कर रहे यात्रियों से भी बात की और उन्हें परिचालन को स्थिर करने तथा समग्र यात्रा अनुभव को बेहतर बनाने के लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय के निरंतर प्रयासों का आश्वासन दिया।

पदाधिकारियों के साथ एयरपोर्ट पर समीक्षा बैठक

बयान में कहा गया है कि इसके बाद कोलकाता हवाई अड्डे पर भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) के वरिष्ठ अधिकारियों, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) और एयरलाइन प्रतिनिधियों के साथ एक समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में उड़ान संचालन को सुव्यवस्थित करने, मानवशक्ति की तैनाती बढ़ाने और यात्री सुविधा उपायों को मजबूत करने के लिए जारी प्रयासों और आवश्यक कदमों के बारे में विस्तृत चर्चा की गई।

यात्रियों की सहायता के लिए उपायों पर चर्चा

बयान में यह भी कहा गया है कि कोलकाता हवाई अड्डे पर प्राधिकारियों और एजेंसियों ने यात्रियों की सहायता के लिए पहले ही कई उपाय किए हैं, जिनमें कर्मचारियों की तैनाती बढ़ाना, विशेष सुविधा काउंटर, यात्रियों को वास्तविक समय पर जानकारी देना और सभी हितधारकों के साथ समन्वय को मजबूत करना शामिल है।

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