नई दिल्ली - शुक्रवार सुबह नेपाल में तेज़ भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिसकी तीव्रता 6.1 मापी गई। भूकंप का असर पूरे हिमालयी क्षेत्र में देखा गया और झटके दो बार महसूस किए गए—पहली बार काठमांडु के पास और दूसरी बार नेपाल-बिहार सीमा के आसपास।
नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के अनुसार, भूकंप का केंद्र नेपाल में स्थित था। सूत्रों के मुताबिक, यह भूकंप सुबह करीब 2:35 बजे नेपाल के सिंधुपालचोक जिले के भैरव कुंडा क्षेत्र में आया। जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेज ने इसकी तीव्रता 6.1 दर्ज की, जबकि भारत के नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने इसे 5.5 बताया। अब तक किसी बड़े जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं मिली है।
अब तक किसी के घायल होने की कोई खबर नहीं है
6.1 तीव्रता का भूकंप आमतौर पर काफी शक्तिशाली माना जाता है और इससे गंभीर क्षति हो सकती है। ऐसी स्थिति में इमारतों में दरारें आ सकती हैं और जान-माल के नुकसान की आशंका भी बनी रहती है। नेपाल के एक वरिष्ठ अधिकारी, गणेश नेपाली ने बताया कि, "भूकंप के तेज झटकों से हमारी नींद टूट गई, जिससे हम तुरंत घरों से बाहर निकल आए। हालांकि, अब लोग वापस अपने घर लौट चुके हैं। फिलहाल, किसी तरह के नुकसान या किसी के घायल होने की कोई सूचना नहीं है।"
पटना में भी देखने को मिला भूकंप का असर
पटना में भी भूकंप के झटकों का असर देखने को मिला, जहां लोगों ने सोशल मीडिया पर इमारतों और छत के पंखों के हिलने के वीडियो साझा किए। एक एक्स यूजर के मुताबिक, भूकंप के झटके लगभग 35 सेकंड तक महसूस किए गए। वहीं, एक अन्य यूजर निखिल सिंह ने लिखा, "बिहार के पटना में तेज भूकंप आया। चारों तरफ सबकुछ हिल रहा था, लेकिन अब तक किसी तरह के नुकसान की कोई खबर नहीं है।"