बिहार को मिलने जा रहे हैं 'Pink Bus', जाने इसके बारे में सबकुछ
पटना - राज्य के चार शहरों में महिलाओं के लिए पिंक बसें चलाई जाएंगी। सबसे पहले आने वाले अप्रैल में पटना में पिंक बसों की सुविधा शुरू हो जाएगी। पटना के बाद मुजफ्फरपुर, पूर्णिया और भागलपुर में यह सुविधा शुरू की जाएगी। बिहार सरकार ने इस साल के बजट की घोषणा करते समय इसके बारे में बताया था। घोषण के बाद से ही इस पर काम शुरू हो गया था। इन सभी पिंक बसों का परिचालन बिहार राज्य पथ परिवहन निगम (BSRTC) के स्तर पर किया जाएगा। इसके लिए बिहार सरकार ने 20 मिनी बसों को खरीद रखा है।
बसों का रंग गुलाबी क्यो है ?
आपको बता दें कि इन बसों को पिंक रंग का इसलिए रखा गया है ताकि लोग दूर से ही इन्हें आता हुआ देख सकें। वर्तमान में अभी पटना में 8 बसें चलाने की योजना है और बाकि तीन शहर मुजफ्फरपुर, पूर्णिया, और भागलपुर में चार-चार बसें चलाई जाएंगी। पिंक बसाें में महिलाओं की सुरक्षा का खास तौर पर ध्यान रखा जाएगा।
इसके लिए ड्राइवर, कंडक्टर और डिपो मेंटेनेंस स्टाफ समेत सभी कर्मचारियों के पथ पर महिलाओं की ही नियुक्ती की जाएगी। इसके साथ ही सभी बसों में सीसीटीवी कैमरे, जीपीएस और कई आधुनिक उपकरण लगे होंगे। इतना ही नही बसों की सभी सीटों के नीचे एक पैनिक बटन भी होगा जिसे आपात की स्थिति में दबाने से सूचना पास के थाने के कंट्रोल रूम को मिल जाएगी।
क्या होगा बसों का रूट ?
पिंक बसों का संचालन सुबह 6 बजे से रात 9 बजे तक किया जाएगा। किराए की घोषणा बस सेवा शुरू होने के बाद की जाएगी। राजधानी पटना में इन बसों के लिए मार्ग निर्धारित कर दिए गए हैं। शुरुआत में ये बसें तीन रूटों पर चलेंगी, पटना सिटी से दानापुर, बाइपास होते हुए कंकड़बाग, राजेंद्रनगर, अनीसाबाद और फुलवारी तक, तथा बोरिंग रोड से पाटलिपुत्र, कुर्जी और दीघा तक।
प्रत्येक पिंक बस में 22 सीटें उपलब्ध होंगी और इनमें जीपीएस सिस्टम लगा होगा, जिससे बसों की वास्तविक समय में लोकेशन का पता लगाया जा सकेगा। यात्रियों को यह जानकारी मिलती रहेगी कि किस रूट की बस किस समय कहां है।

