नई दिल्ली: बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना ने मंगलवार को अपनी कट्टर प्रतिद्वंद्वी खालिदा जिया के निधन पर शोक व्यक्त किया। जिया ने दशकों तक देश की राजनीति पर अपना दबदबा बनाए रखा। हसीना ने मंगलवार को अवामी लीग के ‘एक्स’ खाते पर एक पोस्ट कर शोक संदेश जारी किया और जिया को देश के राजनीतिक इतिहास में एक महत्वपूर्ण हस्ती बताया।
लोकतंत्र की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका
हसीना (78) ने बांग्लादेश की पहली महिला प्रधानमंत्री के रूप में जिया की भूमिका और लोकतंत्र की स्थापना के संघर्ष में उनके योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “बांग्लादेश की पहली महिला प्रधानमंत्री के रूप में और लोकतंत्र की स्थापना के संघर्ष में उनकी (जिया की) भूमिका के लिए राष्ट्र के प्रति उनका योगदान महत्वपूर्ण था और हमेशा याद रखा जाएगा।” हसीना ने कहा कि जिया का निधन “बांग्लादेश के राजनीतिक जीवन और बीएनपी के नेतृत्व के लिए एक गहरा आघात” है।
तीन बार प्रधानमंत्री रह चुकीं थी जिया
बीएनपी की लंबे समय तक प्रमुख और तीन बार प्रधानमंत्री रह चुकीं जिया का आज सुबह ढाका में लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। वह 80 वर्ष की थीं। हसीना ने जिया की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और उनके परिवार साथ ही पार्टी के नेताओं व समर्थकों के प्रति संवेदना व्यक्त की। जिया के परिवार में उनके बेटे और बीएनपी के कार्यवाहक अध्यक्ष तारिक रहमान भी शामिल हैं।
जिया और हसीना बांग्लादेश की राजनीति की सबसे प्रभावशाली हस्तियां
उन्होंने कहा, “मैं आशा करती हूं कि अल्लाह उन्हें इस कठिन समय को सहने के लिए धैर्य, शक्ति और सांत्वना प्रदान करें।” जिया और हसीना तीन दशकों से अधिक समय तक बांग्लादेश की राजनीति की दो सबसे प्रभावशाली हस्तियां रहीं, जिन्होंने बारी-बारी से देश का नेतृत्व किया और एक ऐसे ध्रुवीकृत राजनीतिक परिदृश्य को आकार दिया, जो उनकी पार्टियों के बीच प्रतिद्वंद्विता से चिह्नित था।