Independence Day 2025: रेड रोड पर दिखी 'दीदी' की बंगाली अस्मिता

बारिश में भीगे रेड रोड पर ‘बांग्ला’ भावनाओं की गूंज
Independence Day 2025: रेड रोड पर दिखी 'दीदी' की बंगाली अस्मिता
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कोलकाता: कोलकाता के ऐतिहासिक रेड रोड पर 79वीं स्वतंत्रता दिवस का आयोजन इस बार भी बंगाली अस्मिता के रंग में रंगा दिखा। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पुलिस सुरक्षा घेरे में समारोह में भाग लिया। वो नेताजी की प्रतिमा पर और पुलिस स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की और राष्ट्रीय ध्वज फहराया। शुक्रवार को ममता के कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने से पहले ही आसमान में बादल छा गए। उसके तुरंत बाद बारिश शुरू हो गई। बारिश के बीच समारोह जारी रहा।

कार्यक्रम की शुरुआत राज्य और कोलकाता पुलिस के अधिकारियों को उनकी सेवा व समर्पण के लिए पदक प्रदान करने से हुई। कार्य क्षेत्र में असाधारण योगदान के लिए मुख्यमंत्री ने छह पुलिस अधिकारियों को पदक प्रदान किए। इस वर्ष ‘चीफ मिनिस्टर पुलिस मेडल फॉर आउटस्टैंडिंग सर्विस’ से सम्मानित हुए मालदा रेंज के आईजी दीप नारायण गोस्वामी, गौरव शर्मा, मिराज खालिद और देवस्मिता दास। वहीं ‘चीफ मिनिस्टर पुलिस मेडल फॉर कमेंडेबल सर्विस’ प्राप्त करने वालों में झाड़ग्राम के पुलिस अधीक्षक ओरिजित सिन्हा और बांकुड़ा के एसआई ईश्वर सोरेन शामिल हैं।

इसके बाद पुलिस परेड का आयोजन हुआ, जिसमें घोषणाएं पहले बंगाली और फिर अंग्रेज़ी में की गईं। परेड के बाद राज्य सरकार के विभिन्न विभागों की झांकियां निकलीं। हर झांकी का नाम 'बांग्ला' में रखा गया। सबसे आगे पर्यटन विभाग की 'दुर्गा' थीम आधारित झांकी रही, जबकि सूचना व प्रसारण विभाग ने ‘एकताई संप्रीति’ संदेश के साथ विभिन्न धर्मों के लोगों को हाथ में हाथ डाले चलते दिखाया।

महिला सशक्तिकरण को दर्शाने के लिए कन्याश्री योजना की सफलता पर केंद्रित प्रस्तुति दी गई, जिसके दौरान मुख्यमंत्री द्वारा लिखे और संगीतबद्ध गीत भी बजाए गए। श्रम विभाग की पदयात्रा के समय भी ममता बनर्जी के लिखे गीत 'बांग्ला जीतबे' की धुन सुनाई दी। विशेषज्ञों का मानना है कि कार्यक्रम में बंगाली अस्मिता का गहरा संदेश था।

विद्यालय शिक्षा विभाग की झांकी में छात्रों ने बांग्ला भाषा और क्रांतिकारियों को केंद्र में रखा, यहां तक कि हिंदी, गोरखा और अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों ने भी बांग्ला में लिखे पोस्टर लेकर भाग लिया। राजनीतिक तापमान तब और बढ़ा जब युवा एवं क्रीड़ा विभाग की झांकी में मुख्यमंत्री का लोकप्रिय नारा ‘खेला होबे’ गूंजा — त्रिपुरा में भी, असम में भी, दिल्ली में भी, पूरे देश में खेला होगा।

इस परेड के साथ-साथ संक्षिप्त सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया। सांस्कृतिक चरण में 100 बाउल कलाकार, सुंदरबन और कोचबिहार के लोक कलाकार शामिल हुए, जबकि कोलकाता पुलिस और बंगाल पुलिस की ‘डेयरडेविल’ टीम ने बाइक पर हैरतांगेज स्टंट दिखाकर सबको मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान और राज्य गीत के साथ हुआ।

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