कोलकाता : जितनी तरह के वर्कआउट की जाती है उतनी तरह की डाइट भी लोग करते हैं। हर दूसरा शख्स वजन बढ़ने की समस्या से परेशान है। एक्सरसाइज करने के साथ-साथ अब लोग अपने वेट को मेनटेन करने के लिए लो कार्ब्स डाइट ले रहे हैं। पिछले कुछ समय से ये डाइट काफी चर्चा में भी है। इसका एक कारण ये भी है कि लो कार्ब्स डाइट को सेलेब्स भी फॉलो कर रहे हैं।
दरअसल, लो कार्ब्स डाइट में कार्बोहाइड्रेट लेने की मनाही होती है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, एक स्वस्थ व्यक्ति के आहार में लगभग 55% कार्बोहाइड्रेट और 40% से कम कार्ब्स वाली डाइट शामिल होनी चाहिए। हालांकि, ये कोई सेट पैमाना नहीं है, लेकिन यहां ध्यान रखना जरूरी है कि कम कार्ब्स वाली डाइट का ये मतलब बिल्कुल नहीं है कि उसमें कार्बोहाइड्रेट्स न हो। अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन के अनुसार, ऐसा कोई एक आहार नहीं है जो डायबिटीज और दिल के रोगों वाले लोगों के लिए सही हो।
ऐसी डाइट का उद्देश्य प्राथमिक ऊर्जा स्रोत के रूप में ग्लूकोज पर शरीर की निर्भरता को कम करना और ऊर्जा के लिए इकट्ठे हुए फैट का इस्तेमाल करना है। हेल्दी लो कार्ब्स डाइट मेंसब्जियां, फल, बीन्स, दालें, कम फैट वाले प्रोटीन और कुछ साबुत अनाज शामिल होने चाहिए।
डायबिटीज में फायदेमंद
टाइप-2 डायबिटीज में शरीर इंसुलिन का प्रभावी ढंग से उपयोग नहीं कर पाता है, जिससे ब्लड शुगर का शर्करा का स्तर बढ़ जाता है। कम कार्ब वाला आहार ब्लड शुगर के के स्तर को स्थिर करने में मदद करता है। कम कार्ब वाली डाइट वजन कम करने में भी मदद कर सकती है। ये इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार कर सकती है और डायबिटीज से संबंधित जटिलताओं के जोखिम को कम कर सकती है। इसके अलावा, ये दिल के रोगों में भी फायदेमंद है। दिल के रोग वाले लोगों के लिए कम कार्ब वाली डाइट ट्राइग्लिसराइड्स को कम करने और एचडीएल कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में मदद करता है, जो दिल के लिए बहुत आवश्यक है।