अलान्या (तुर्की) : भारतीय फुटबॉल टीम ने स्ट्राइकर मनीषा कल्याण के दो गोल के दम पर बुधवार को तुर्की महिला कप में एस्टोनिया को कड़े मुकाबले में 4-3 से शिकस्त दी जो उसकी किसी यूरोपीय देश के खिलाफ पहली जीत है। चाओबा देवी की कोचिंग वाली टीम ने इतिहास रच दिया क्योंकि भारत की सीनियर महिला फुटबॉल टीम ने कभी भी यूएफा परिसंघ की टीम के खिलाफ आधिकारिक मुकाबले में जीत दर्ज नहीं की थी। पहले हाफ के बाद दोनों टीमें 1-1 से बराबरी पर चल रही थीं।
मनीषा ने 17वें और 81वें मिनट में दो गोल दागे जबकि इंदुमति काथिरेसन (62वें मिनट) और प्यारी खाका (79वें मिनट) ने भारत के लिए अन्य गोल दागे। एस्टोनिया की ओर से लिसेटे तामिक ने 32वें मिनट, व्लाडा कुबासोवा ने 88वें मिनट और मारी लिस लिलेमाए ने 90वें मिनट में गोल किये। मैच में भारतीय टीम की शुरुआत काफी अच्छी रही जिसने मनीषा के गोल से बढ़त हासिल की। एस्टोनिया ने हालांकि तामिक के गोल से स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया। लेकिन इंदुमति, खाका और मनीषा ने स्कोर 4-1 कर दिया जिससे लग रहा था कि भारतीय टीम बड़े अंतर से जीत हासिल करेगी। लेकिन मैच के अंतिम छोर में व्लाडा ने 88वें मिनट में और मैरी ने 90वें मिनट में गोल दाग दिये पर भारतीय डिफेंस ने मैच के दौरान शानदार प्रदर्शन किया और भारत ने यादगार जीत दर्ज की। भारत ने जवाबी हमले से एस्टोनिया पर हमले करने के इरादे से शुरुआत की जिसके लिए उसने अपनी तेज विंगर का इस्तेमाल किया और प्रतिद्वंद्वी टीम को बॉक्स के करीब जाने दिया। पर दायीं ओर से कार्तिका के शॉट पर प्यारी को एस्टोनिया डिफेंस के पीछे जगह बनाने में सफल रही। भारतीय स्ट्राइकर ने एस्टोनियाई गोलकीपर करीना कोर्क को पछाड़ते हुए शॉट लगाया लेकिन यह गोलपोस्ट के ऊपर जाकर बाहर हो गया। प्यारी ने आठवें मिनट में टीम के लिए गोल करने का शानदार मौका बनाया और मनीषा को गेंद दी लेकिन यह शॉट खराब हो गया।मनीष ने इसकी भरपायी कर दी। उन्होंने प्यारी को पास दिया जिन्होंने प्रतिद्वंद्वी डिफेंस के पीछे इसे अंजू तमांग को दिया। लेकिन अंजू का शॉट रोक दिया गया और मनीषा ने गेंद लेकर इसे गोल में पहुंचा दिया। बढ़त बनाने के बाद भारत ने दबाव बना दिया। हालांकि व्लाडा कुबासोवा के क्रास पर तामिक ने आधे घंटे बाद सटीक क्रास से गोल दागकर बराबरी हासिल कर ली। चाओबा देवी की टीम ने दूसरे हाफ में शिकंजा कस दिया और इंदुमति ने एक घंटे बाद भारत को बढ़त दिला दी। सौम्या गुगुलोथ ने दायीं ओर से अंजू को पास दिया जिन्होंने इसे प्यारी के पास पहुंचाया। प्यारी ने बॉक्स के किनारे पर इसे इंदुमति की ओर किया और भारत की इस मिडफील्डर ने बायें पैर से शॉट लगाकर इसे गोल में पहुंचा दिया।
अब भारत ने दबाव और बढ़ा दिया। अंजू और प्यारी के प्रयासों से टीम ने तीसरा गोल कर दिया। सौम्या ने गेंद अंजू को पास की और प्यारी ने दायीं ओर से भागते हुए एस्टोनिया की डिफेंडरों को छकाते हुए बॉक्स के करीब पहुंचकर बायें पैर से इसे गोल में पहुंचाकर भारत को 3-1 से आगे कर दिया। फिर मनीषा ने कुछ मिनट बाद संध्या रंगनाथन के क्रास पर अपना दूसरा गोल कर स्कोर 4-1 कर दिया।