'जायसवाल बिना आक्रामक हुए बल्लेबाजी कर रहे'

कोटक से जब पूछा गया कि उनकी नजर में सबसे खास क्या रहा तो उन्होंने कहा, ‘जिस तरह से उन्होंने पारी को आगे बढाई वह शानदार था
'जायसवाल बिना आक्रामक हुए बल्लेबाजी कर रहे'
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नयी दिल्ली : भारत के बल्लेबाजी कोच सितांशु कोटक ने शुक्रवार को यशस्वी जायसवाल की नाबाद 173 रन की शानदार पारी की तारीफ करते हुए कहा कि उनकी दृढ़ता और संयमित बल्लेबाजी सबसे ज्यादा प्रभावित किया। दूसरे टेस्ट के पहले दिन जायसवाल ने 262 गेंदों में 22 चौकों की मदद से यह पारी खेली और बिना ज्यादा आक्रामक हुए दिन की शुरुआत से अंत तक पूरी तरह नियंत्रण में दिखे। कोटक से जब पूछा गया कि उनकी नजर में सबसे खास क्या रहा तो उन्होंने कहा, ‘जिस तरह से उन्होंने पारी को आगे बढाई वह शानदार था।

उन्होंने खुद को पिच हिसाब से ढाल लिया, गेंद की उछाल और गति को देखते हुए उन्होंने जो शॉट्स चुने, वे बेहतरीन थे।’ सौराष्ट्र के इस बायें हाथ के पूर्व बल्लेबाज ने कहा कि जायसवाल अहमदाबाद टेस्ट में 36 रन पर आउट होने के बाद थोड़ा निराश थे और इस बार बड़ा स्कोर बनाने के लिए बेहद संकल्पबद्ध थे। उन्होंने कहा, ‘मेरे लिए सबसे महत्वपूर्ण बात यह रही कि वो बड़ी पारी को लेकर कितने दृढ़ निश्चयी थे।’ कोटक इस बात से सबसे ज्यादा प्रभावित दिखे कि जायसवाल ने जरूरत से ज्यादा आक्रामक हुए बिना सही शॉट्स का चुनाव करके गेंदबाजों पर दबाव बनाया।

उन्होंने कहा, ‘यह उनकी दृढ़ता और आत्मविश्वास का ही नतीजा है कि बिना बहुत आक्रामक हुए भी वो 173 रन बनाकर नाबाद हैं। यह दिखाता है कि उन्होंने कितनी संतुलित और परिपक्व बल्लेबाजी की है।’ उन्होंने कहा, ‘ऐसे खिलाड़ी परिस्थितियों को समझते हैं। वह पिच की उछाल और गेंदबाजों को समझ कर रन बनाते हैं। उन्होंने आज इसी अंदाज में बल्लेबाजी की।’ कोटक ने कहा कि सलामी बल्लेबाज लोक राहुल थोड़े बदकिस्मत रहे लेकिन पिच क्यूरेटर ने काफी अच्छा काम किया है।

उन्होंने कहा, ‘हमने दो विकेट पर 318 रन बना लिए हैं और यह दर्शाता है कि यह एक अच्छी पिच है। जहां विकेट पर घास नहीं है, वहां पैरों के निशान हैं। जब तक घास नहीं होगी, वहां पिच खुरदरी होगी। इससे गेंदबाजों को मदद मिली।’ कोटक ने इस मौके पर तमिलनाडु के युवा बल्लेबाज साई सुदर्शन की भी तारीफ की। बाये हाथ के इस बल्लेबाज ने 87 रन की पारी खेलने के अलावा जायसवाल के साथ दूसरे विकेट के लिए 193 रन की साझेदारी कर बड़े स्कोर की नींव रखी। कोटक ने कहा, ‘हम सभी जानते हैं कि वह कितने प्रतिभाशाली हैं।

हर बार जब आप स्कोर पर ध्यान नहीं देते, आप बल्लेबाज पर भी ध्यान देते हैं कि वह कैसे बल्लेबाजी कर रहा है। वह अपनी पारी को कैसे गति दे रहा है, वह किस तरह के शॉट खेलता है।’ उन्होंने कहा, ‘कई बार एक या दो पारियों में कोई भी असफल हो सकता है, लेकिन उसने आज शानदार बल्लेबाजी की। सुदर्शन अपने टेस्ट करियर की सामान्य शुरुआत के बाद दबाव में थे। इससे पहले चार मैचों की सात पारियों में उनके नाम सिर्फ एक अर्धशतक था। वह हालांकि इस पारी से आलोचकों को चुप कराने में सफल रहे।

कोटक का मानना है कि आंकड़े कभी पूरी कहानी नहीं बताते और सुदर्शन का संयमित रवैया सबसे सकारात्मक पहलू है। उन्होंने सवाल पूछने के लहजे में कहा, ‘जब वह बल्लेबाजी कर रहे थे, तो क्या आप में से किसी को लगा कि वह दबाव में हैं?’ उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि वह मानसिक रूप से बहुत मजबूत खिलाड़ी हैं। आप उन्हें कभी दबाव में नहीं देखेंगे, आप उन्हें कभी अपनी खेलने की शैली बदलते नहीं देखेंगे। वह हमेशा अपनी योग्यता के आधार पर खेलते हैं। इसलिए आज उन्होंने उसी तरह बल्लेबाजी की।’    

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