कोलकाता : सलाद की परिभाषा विस्तृत है। जो भी फल सब्जी कच्ची खाई जा सकती है और रेशेदार है, वह सलाद है। पर क्या आपको पता है कि सलाद कब खाएं, भोजन के पहले, बीच में या बाद में, यह सब विचारणीय है। मूली, गाजर, शलगम, अदरक, सेब, केला, संतरा, अमरूद, सब सलाद हैं, वेज सलाद या फ्रूट सलाद। दही मिक्स या आलू रायता, प्याज रायता, टमाटर रायता, खीरा रायता भी सलाद की श्रेणी में आता है। दही में अंगूर या चैरी डाल कर भी सलाद बनाया जा सकता है। सलाद पेट की बीमारियों को दूर करता है। कब्ज का दुश्मन है। यह घर का वैद्य है। इसे बूढ़े, बच्चे, स्त्री, मर्द सब स्वाद से खाते हैं। बच्चे बूढ़े इसे कद्दूकस कर के खा सकते हैं। इन सबका रस बना कर पी सकते हैं।
यौवन का रहस्य है सलाद
रोजाना सलाद खाएं और चेहरे की झुर्रियों से बचें। जब सलाद खाना हो तो भोजन कम खाएं। सलाद भोजन से पहले खाएं ताकि भोजन कम खाएं और मोटापे से बचें। यदि हम कच्चा सलाद ज्यादा खाएं और भोजन कम खाएं तो मोटे लोग पतले हो सकते हैं जिससे बहुत दूसरे रोगों से भी बचा जा सकता है। मूली व प्याज गंधक देते हैं। गाजर विटामिन ए देती है। टमाटर लोहा एवं विटामिन सी देता है। नींबू तो विटामिन सी से भरपूर होता है। बन्दगोभी में खनिज मिलते हैं। आप सलाद को उबाल कर नींबू डाल कर भी खा सकते हैं। पुदीना साथ हो तो किसी और जायके की जरूरत ही नहीं।आज के युग में मोटापा एक अभिशाप बनता जा रहा है। मोटापे का सही एवं वैज्ञानिक इलाज है सलाद जिससे आपके शरीर में खनिज तत्वों एवं धातुओं की कमी नहीं होगी।चेहरा मुरझाएगा नहीं, मोटापा जरूर कम हो जाएगा। मुंह का स्वाद भी कम न होगा। तंदुरूस्ती का बीमा है सलाद, सिर्फ सलाद।
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