

नई दिल्ली : टीबी के खिलाफ भारत की लड़ाई ने अच्छी गति पकड़ी है। आने वाले समय में भारत टीबी के रोकथाम में सफलता की नई ऊंचाई को छुएगा। यह कहना है प्रधानमंत्री मोदी का। प्रधानमंत्री ने विश्व स्वास्थ्य संगठन की नवीनतम वैश्विक क्षय रोग रिपोर्ट 2025 का हवाला देते हुए यह बातें कही। विश्व स्वास्थ्य संगठन की नवीनतम वैश्विक क्षय रोग रिपोर्ट 2025 में बताया गया है कि भारत में 2015 से टीबी के मामलों में उल्लेखनीय कमी आई है और यह वैश्विक गिरावट दर से लगभग दोगुनी है।
प्रधानमंत्री ने 'X' पर लिखा
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म 'X' पर लिखा 'टीबी के खिलाफ भारत की लड़ाई उल्लेखनीय गति पकड़ रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की नवीनतम वैश्विक क्षय रोग रिपोर्ट 2025 में बताया गया है कि भारत में 2015 से टीबी के मामलों में उल्लेखनीय कमी आई है और यह वैश्विक गिरावट दर से लगभग दोगुनी है।
यह दुनिया में कहीं भी देखी गई सबसे बड़ी गिरावटों में से एक है। उपचार कवरेज का विस्तार, 'लापता मामलों' में कमी और उपचार की सफलता में निरंतर वृद्धि भी उतनी ही उत्साहजनक है। मैं उन सभी को बधाई देता हूँ जिन्होंने इस सफलता को प्राप्त करने के लिए काम किया है। हम एक स्वस्थ और फिट भारत सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं!'
टीबी रोग क्या है
टीबी (TB) रोग, जिसे तपेदिक (Tuberculosis) भी कहा जाता है, एक गंभीर जीवाणु-जनित संक्रामक रोग है। यह मुख्य रूप से फेफड़ों को प्रभावित करता है, लेकिन यह शरीर के अन्य भागों, जैसे कि गुर्दे, रीढ़, और मस्तिष्क को भी नुकसान पहुँचा सकता है। यह माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस (Mycobacterium tuberculosis) नामक जीवाणु के कारण होता है।
यह रोग हवा के माध्यम से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है, जब संक्रमित व्यक्ति खांसता, छींकता या बोलता है। सामान्य लक्षणों में 3 सप्ताह से अधिक समय तक खांसी, सीने में दर्द, वजन कम होना, थकान, बुखार, और रात को पसीना आना शामिल हैं। टीबी का इलाज संभव है। आमतौर पर कई महीनों तक एंटीबायोटिक दवाओं का एक कोर्स निर्धारित किया जाता है। सही और समय पर इलाज से इसे पूरी तरह ठीक किया जा सकता है।