

जयपुर : राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में एक प्रस्तावित कारखाने का विरोध कर रहे किसानों के आंदोलन ने बुधवार को हिंसक रूप ले लिया और प्रदर्शनकारियों ने प्रस्तावित कारखाने की चारदीवारी के एक हिस्से को गिरा दिया।
मिली जानकारी के अनुसार किसान टिब्बी इलाके के राठी खेड़ा गांव के पास बन रहे इथेनाल संयंत्र का विरोध कर रहे थे। इस दौरान शाम को उनकी पुलिस के साथ हिंसक झड़प हो गई। किसानों ने संयंत्र की चारदीवारी को ट्रैक्टर से गिरा दिया।
किसानों ने कथित तौर पर वहां खड़ी कई गाड़ियों में तोड़फोड़ की और उनमें से कुछ में आग लगा दी। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए लाठीचार्ज भी किया।
कांग्रेस विधायक अभिमन्यु पूनिया किसानों के समर्थन में मौके पर पहुंचे थे। वे भी लाठीचार्ज में घायल हो गए और उन्हें हनुमानगढ़ जिला अस्पताल ले जाया गया।
अधिकारियों ने टिब्बी गांव और आस-पास के गांवों में इंटरनेट सर्विस बंद कर दी हैं। इससे पहले दिन में संयंत्र का विरोध कर रहे किसान उपखंड अधिकारी कार्यालय के बाहर इकट्ठा हुए। शाम को वे कारखाने की ओर बढ़े और उसकी दीवार का एक हिस्सा तोड़ दिया। किसानों ने संयंत्र के पास खड़ी गाड़ियों में भी आग लगा दी और अंदर एक जेसीबी मशीन में भी तोड़फोड़ की।किसानों ने पुलिस द्वारा संयंत्र के चारों ओर लगाए गए बैरिकेड हटा दिए।
किसानों का कहना है कि इस कारखाने से इलाके में प्रदूषण बढ़ेगा। वे कई दिनों से इस संयंत्र का विरोध कर रहे हैं। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए इलाके में अतिरिक्त बल तैनात किया गया है।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट समेत कांग्रेस नेताओं ने पुलिस कार्रवाई की निंदा की। गहलोत ने 'X' पर लिखा, BJP सरकार को किसानों से इतनी नफरत क्यों है ? किसानों की आवाज को कांग्रेस हमेशा निडरता से उठाती रहेगी।
जूली ने लिखा, BJP सरकार का यह किसान विरोधी चेहरा अब बेनकाब हो चुका है। हम इस अन्याय के खिलाफ चुप नहीं बैठेंगे।
वहीं पायलट ने कहा कि संगरिया से विधायक पूनिया आज टिब्बी किसान महापंचायत में सम्मिलित हुए थे और किसानों की मांगों का समर्थन करते हुए पुलिस द्वारा किए गए बल प्रयोग में चोटिल हो गए। उन्होंने लिखा, हम किसानों के अधिकारों और न्याय की लड़ाई में उनका साथ देते रहेंगे।