

कोलकाता - कोलकाता पुलिस ने दो औरतों को गिरफ्तार किया है। इनमे से एक अपनी फुफेरी सास के शव को सूटकेस में भरकर नदी में फेंकने की कोशिश कर रही थी। दोनों का नाम फाल्गुनी घोष व आरती घोष हैं। मृतका की शिनाख्त सुमिता घेष के रूप में हुई है। मृतका की उम्र 55 वर्ष बताई जा रही है। 25 फरवरी मंगलवार को कोलकाता के कुम्हारटोली घाट पर कुछ लोगों ने उन्हें नीले रंग के सूटकेस को नदी में फेंकने ले जाते देखा तो संदेह के आधार पर रोक दिया।
कहा पालतू कुत्ते का है शव
रोक कर सूटकेस खोलने पर उसमें एक महिला का शव मिला। यह देखते ही लोगों ने तुरंत पुलिस को इस बात की जानकारी दी। पुलिस ने मौके पर आकर दोनों औरतों को गिरफ्तार कर लिया। कुछ लोगों ने बताया की दोनों टैक्सी की मदद से कुम्हारटोली घाट पहुंची थी। पूछने पर उन्होंने बताया कि सूटकेस में उनके पालतू कुत्ते का शव है, जिसके बाद उसे खोलने पर महिला का शव मिला।
दोनों महिलाएं मध्यमग्राम में रहती हैं
पुलिस को महिलाओं के पास से ट्रेन के टिकट मिले हैं। बरामद टिकट सियालदह-हासनाबाद सेक्शन के काजीपाड़ा स्टेशन का है। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा है। जांच में यह पता चला कि दोनों कुम्हारटोली घाट से पहले प्रिंसेप घाट गई थी। वहां लोगों की चहल-पहल देखकर वह कुम्हारटोली घाट आई थी।
फाल्गुनी ने मारा अपनी सास को
फाल्गुनी ने शुरूआती पूछताछ में बताया कि सोमवार शाम उसकी फुफेरी सास मध्यमग्राम स्थित उसके किराए के घर में आई थी। उसी घर में फाल्गुनी अपनी मां आरती के साथ रहती थी। फुफेरी सास के साथ फाल्गुनी का किसी बात पर झगड़ा हुआ था। झगड़े के बीच गुस्से में आकर फाल्गुनी ने ईंट से अपनी सास पर हमला कर दिया जिससे उनकी मौत हो गई।
इस दौरान फाल्गुनी की मां किसी काम से बाजार गई हुई थी। लौटने के बाद फाल्गुनी की मां ने जब यह सब देखा और जाना तो अपनी बेटी को बचाने के लिए शव को ठिकाने लगाने का सोचा। इसके बाद उन्होंने शव को सूटकेस में भरा और कोलकाता ले आईं। शव को सूटकेस में फिट करने के लिए उन्होंने मृतका के पैर काट दिये थे।
ससुरालवालों के साथ नहीं रहती थी फाल्गुनी
मृतका असम के जोरहाट इलाके की रहने वाली थी। पुलिस को असम व कोलकाता में मृतका की कुछ संपत्ति होने का पता चला है। कही संपत्ति को लेकर ही तो हत्या नहीं की गई है इसपे भी पुलिस जांच कर रही है। यह भी पता चला है कि फाल्गुनी काफी समय से ससुरालवालों से अलग अपनी मां के साथ ही रह रही थी।