कोलकाता के होटलों में रुकने वाले लोगों पर पुलिस की पैनी नजर | Sanmarg

कोलकाता के होटलों में रुकने वाले लोगों पर पुलिस की पैनी नजर

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कोलकाता: कोलकाता के कई होटल और गेस्ट हाउस, अन्य राज्यों से आने वाले ‘मेहमानों’ के बारे में स्थानीय थाना को जानकारी नहीं दे रहे हैं। तो वहीं कुछ होटल, अतिथियों से गेस्ट डिटेल्स की जरूरी फॉर्म नहीं भर रहे हैं। सिर्फ अपना परिचय पत्र जमा कर ही विभिन्न राज्यों से आने वाले लोग होटल में रुक सकते हैं। इस बात की पुष्टि होने के बाद कि बंगलुरु विस्फोट कांड के दो अभियुक्त अब्दुल मथीन अहमद ताहा और मुसाव्विर हुसैन शाजिब कम से कम 13 दिनों तक कोलकाता में थे, लालबाजार अब सख्ती बरतने जा रही है। कोलकाता पुलिस शहर के प्रत्येक होटल के सभी बोर्डर्स या मेहमानों के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करने के लिए एक विशेष पोर्टल बनाने की योजना बना रही है। जब यह पोर्टल बन जाएगा, तो हर बोर्डर, चाहे वह अंतरराज्यीय हो या विदेशी सबकी जानकारी रखी जाएगी। उनका नाम, आधार नंबर, विस्तृत पता, मोबाइल और फोटो सहित कई अन्य विवरण पोर्टल पर दर्ज किए जाएंगे। लालबाजार ऐसी व्यवस्था कर रहा है कि किसी व्यक्ति के बारे में सर्च करने पर कुछ ही सेकेंड में जानकारी पुलिस के हाथ लग जाए।
वाटगंज या एकबालपुर के अधिकांश होटलों ने बोर्डर का विवरण ‘ए फॉर्म’ के माध्यम से पुलिस को नहीं सौंपते हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार, विदेशी मेहमानों या अंतरराष्ट्रीय बोर्डर्स के मामले में, होटल एक अनिवार्य प्रक्रिया के रूप में पुलिस को ‘सी फॉर्म’ जमा करते हैं। लेकिन अंतरराज्यीय मेहमानों के मामले में ‘ए फॉर्म’ नहीं भरा जाता है। इसलिए जब NIA के अधिकारी कैफे ब्लास्ट मामले में कोलकाता के होटलों में गए और जांच शुरू की, तो वे झूठे नामों के तहत दो आतंकवादियों की पहचान आसानी से नहीं कर सके। इसलिए उन्होंने सभी बोर्डर्स के नामों की सूची और पहचान पत्रों की प्रतियां लेकर दोनों आतंकियों की पहचान करने की कोशिश की।

रिपोर्ट- दीपक रतन मिश्रा 

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