

कोलकाता : कोलकाता के चांदनी चौक इलाके में रविवार सुबह CESC (कलकत्ता इलेक्ट्रिक सप्लाई कॉर्पोरेशन) के एक ट्रांसफार्मर में आग लग गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि 100 केवीए ट्रांसफार्मर में सुबह करीब 7.45 बजे आग लगी।
आग पर काबू पाने के लिए दमकल की चार गाड़ियां मौके पर भेजी गईं। लगभग एक घंटे के बाद आग पर काबू पा लिया गया। अधिकारियों ने बताया कि अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। आग लगने का सही कारण अभी पता नहीं चल पाया है।
गौरतलब है कि CESC (कलकत्ता इलेक्ट्रिक सप्लाई कॉर्पोरेशन) भारत की सबसे पुरानी निजी बिजली कंपनियों में से एक है, जिसकी स्थापना 1897 में हुई थी। CESC लिमिटेड भारत की एक प्रमुख एकीकृत विद्युत उपयोगिता (integrated electrical utility) कंपनी है। यह आरपी-संजीव गोयनका (RP-Sanjiv Goenka) समूह की एक प्रमुख कंपनी है।
CESC मुख्य रूप से पश्चिम बंगाल के कोलकाता और हावड़ा शहरों और आस-पास के क्षेत्रों में बिजली उत्पादन और वितरण का काम करती है। यह इन क्षेत्रों में लगभग 3.4 मिलियन (34 लाख) से अधिक उपभोक्ताओं को बिजली आपूर्ति करती है, जिसमें घरेलू, औद्योगिक और वाणिज्यिक उपभोक्ता शामिल हैं।
कंपनी के पास अपने लाइसेंस प्राप्त क्षेत्रों में दो थर्मल पावर प्लांट हैं, जिनकी कुल उत्पादन क्षमता 885 मेगावाट है, साथ ही हल्दिया में 600 मेगावाट का एक और प्लांट है। पश्चिम बंगाल के अलावा, CESC राजस्थान (कोटा, भरतपुर, बीकानेर) और महाराष्ट्र (मालेगांव) और उत्तर प्रदेश (ग्रेटर नोएडा) में भी बिजली वितरण फ्रेंचाइजी के माध्यम से अपनी सेवाएं प्रदान करती है।
गौरतलब है कि सितम्बर की बारिश में कोलकाता में जम-जमाव होने के बाद cesc के कई बिजली के खम्भों के तर गिर गए थे जिससे आम जनता हताहत हुई थी और मारी भी गई थी। इस घटना के बाद cesc की बहुत किरकिरी हुई थी और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी cesc को जवाबदेह ठहराया था।