उम्र छिपाने के लिए बनाये जा रहे हैं फर्जी जन्म प्रमाणपत्र!

दक्षिण 24 परगना के गोसाबा में तो पुलिस ने फर्जी बर्थ सर्टिफिकेट बनानेवाले एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया है।
उम्र छिपाने के लिए बनाये जा रहे हैं फर्जी जन्म प्रमाणपत्र!
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कोलकाता : जोड़ासांको थाना इलाके में एक परिवार के खिलाफ फर्जी जन्म प्रमाणपत्र बनाकर उम्र बढ़ाने और उसके आधार पर भ्रामक भारतीय पहचान पत्र, पासपोर्ट बनाने का मामला सामने आया है। पुलिस के अनुसार, परिवार ने असली जन्म प्रमाणपत्र होने के बावजूद 2002 का एक फर्जी प्रमाणपत्र तैयार कर उसका इस्तेमाल किया था। दिल्ली में हालिया विस्फोट की घटना के बाद कोलकाता पुलिस ऐसे मामलों को गंभीरता से ले रही है।

क्या है मामला

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, जोड़ासांको थानांतर्गत रवींद्र सरणी इलाके के एक युवक का जन्म 2001 में हुआ था और उसी साल जुलाई में उसका मूल जन्म प्रमाणपत्र जारी हुआ था लेकिन परिवार ने स्कूल में दाखिला कराते समय 15 जुलाई 2002 का फर्जी जन्म प्रमाणपत्र जमा कर दिया।

इसी फर्जी दस्तावेज के आधार पर माध्यमिक का एडमिट कार्ड, आधार कार्ड, वोटर कार्ड और पासपोर्ट बनवा लिया गया था। शिकायत मिलने पर पुलिस ने कोलकाता नगर निगम से जांच करायी। निगम ने स्पष्ट कर दिया कि 2002 का यह जन्म प्रमाणपत्र पूरी तरह फर्जी है। उसका कोई रिकॉर्ड उनके पास नहीं है। इसके बाद युवक के खिलाफ न्यू मार्केट थाने में शिकायत दर्ज करायी गयी।

बहन ने भी अपनायी यही तरकीब

चौंकाने वाली बात यह है कि अभियुक्त की बहन ने भी ठीक यही तरीका अपनाया। उसके खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है। पुलिस अब यह पता लगा रही है कि एक ही परिवार के दो सदस्यों ने उम्र क्यों छिपायी और इसके पीछे उनका क्या मकसद था।

दक्षिण 24 परगना में बड़ा रैकेट बेनकाब

कोलकाता पुलिस के साथ-साथ राज्य के विभिन्न जिलों में भी फर्जी जन्म प्रमाणपत्र के जरिए उम्र घटाने के मामले सामने आ रहे हैं। दक्षिण 24 परगना के गोसाबा में तो पुलिस ने फर्जी बर्थ सर्टिफिकेट बनानेवाले एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया है।

क्या सिर्फ उम्र छिपाना था मकसद?  

पुलिस अब यह जांच कर रही है कि क्या परिवार का इरादा सिर्फ बच्चों की उम्र घटाकर स्कूल-कॉलेज या नौकरी में फायदा उठाना था या इसके पीछे कोई गहरी साजिश है। दिल्ली विस्फोट के मद्देनजर राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े पहलुओं पर भी नजर रखी जा रही है। आरोपित परिवार के सदस्यों को तलब कर पूछताछ की जा रही है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि ऐसे फर्जीवाड़े न सिर्फ कानूनी अपराध हैं, बल्कि राष्ट्र की सुरक्षा के लिए भी खतरा बन सकते हैं। जांच जारी है, जल्द ही बड़े खुलासे होने की संभावना है।

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