

प्रसेनजीत, सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : बंगाल की राजनीति में एक बार फिर बांग्ला अस्मिता और भाषा के सवाल को केंद्र में रखकर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस एक बड़ी राजनीतिक सभा करने जा रही है। पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी से, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी आगामी नवंबर माह में कोलकाता के ऐतिहासिक शहीद मीनार में एक साझा मंच पर जनता को संबोधित करेंगे।
इस विशाल जनसभा में दोनों नेता 'बांग्ला भाषा, संस्कृति और अस्मिता की रक्षा' को लेकर अपनी प्रतिबद्धता दोहराएंगे। पार्टी सूत्रों के अनुसार, यह रैली आगामी विधानसभा चुनावों की दृष्टि से अत्यंत अहम मानी जा रही है, क्योंकि यह बंगाल की पहचान और सम्मान से जुड़े भावनात्मक मुद्दे को फिर से जनता के बीच उभारने की कोशिश होगी। हालांकि रैली की सटीक तारीख अभी तय नहीं की गई है, लेकिन तैयारियां जोरों पर हैं। तृणमूल कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व का मानना है कि यह आयोजन न केवल संगठनात्मक एकता का प्रदर्शन होगा, बल्कि बाहरी ताकतों द्वारा बंगाल की संस्कृति और भाषा पर हो रहे 'हमले' के खिलाफ एक मजबूत राजनीतिक संदेश भी देगा।
अभिषेक बनर्जी ने हाल ही में डिजिटल स्पेस में बंगाल विरोधी प्रचार के खिलाफ तीखा रुख अपनाया था, जबकि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी लगातार बाहरी राज्य में बांग्लाभाषीयों पर कथित अत्याचार के खुलेआम विरोध, यहा तक की उनकी हाल में दार्जिलिंग दौरे के समय प्रशासनिक सभा से बांग्ला भाषा कों लेकर प्रतिबद्धता — इस भावना को राजनीतिक विमर्श के केंद्र में रख रही हैं। इसलिए, नवंबर में होने वाली यह रैली तृणमूल कांग्रेस के लिए केवल एक राजनीतिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि बंगाली अस्मिता को लेकर जनभावनाओं को पुनः संगठित करने का बड़ा अभियान मानी जा रही है।