कोलकाता: कुछ दिनों पहले बंगाल का बजट पेश करने के दौरान राज्य के वित्त मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने लक्ष्मी भंडार की राशि बढ़ाने की घोषणा की थी। सीएम ने कहा था कि अप्रैल से लक्ष्मी भंडार की राशि बढ़ेगी। वह पैसा बैंक खाते में आ जाएगा। लेकिन अब पता चला है कि इस लक्ष्मी भंडार योजना के लाभार्थियों को 1 अप्रैल यानी सोमवार से पैसा नहीं मिलेगा।
इस कारण लाभार्थियों को करना पड़ सकता है इंतजार
राज्य सरकार ने पहले जानकारी दी थी कि राज्य की महिलाओं को 1 अप्रैल से बढ़ी हुई दर पर पैसा मिलेगा। योजना के तहत जिन लोगों को प्रति माह 500 रुपये मिलते हैं उन्हें 1000 रुपये मिलेंगे और जिन्हें 1000 रुपये मिलते हैं उनके खाते में 1200 रुपये सरकार द्वारा दिया जाएगा। महिलाओं के खाते में एक अप्रैल से यह पैसा पहुंचना था। लेकिन बैंक बंद होने के कारण लक्ष्मी भंडार के लाभार्थियों को अभी एक-दो दिन तक इंतजार करना पड़ेगा।
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3 अप्रैल तक अकाउंट में आ सकता है पैसा
बता दें कि 1 अप्रैल को नया वित्तीय वर्ष शुरू होने के कारण देशभर के बैंक बंद रहेंगे। इसलिए लाभार्थियों के खाते में इस दिन पैसे नहीं आएंगे। मालूम हो कि 1 अप्रैल को बैंक बंद है तो 2 तारीख से पैसा आना शुरू हो जाएगा। वर्ष 2024-25 का बजट पेश करते हुए वित्त विभाग की स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने लक्ष्मी भंडार की धनराशि बढ़ाने की घोषणा की। अभी तक इस योजना के तहत सामान्य वर्ग की महिलाओं को 500 रुपये और अनुसूचित जाति व जनजाति की महिलाओं को 1000 रुपये प्रति माह मिल रहे थे। हालांकि, इस साल के बजट में राज्य सरकार की ओर से इस राशि को बढ़ाने की घोषणा की गई है। राज्य सरकार ने मार्च की शुरुआत में इस संबंध में एक अधिसूचना प्रकाशित की। अप्रैल से लक्ष्मी भंडार का यह पैसा लाभार्थियों के अकाउंट में आ जाएगा। भत्ते में बढ़ोतरी से सामान्य वर्ग की महिलाओं को 500 रुपये की जगह 1000 रुपये हर महीने मिलेंगे। इसी तरह राज्य सरकार ने अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति की महिलाओं के लिए भत्ते की राशि में भी बढ़ोतरी की है। उन्हें 1000 रुपये की जगह 1200 रुपये मासिक मिलेंगे।
संयोग से, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सबसे लोकप्रिय परियोजनाओं में से एक ‘लक्ष्मी भंडार’ है। मूल रूप से, लक्ष्मी भंडार योजना शुरू होने के समय आयु की आवश्यकता पच्चीस से साठ वर्ष थी। ममता ने बताया कि अब से लक्ष्मी भंडार के लाभार्थी 60 वर्ष पूरे करने के बाद वृद्धावस्था भत्ता के दायरे में आ जायेंगे। इसके फलस्वरूप उन्हें 2000 रुपये का भत्ता मिलेगा। साथ ही, परिवार में चाहे कितनी भी महिलाएं हों, यदि वे लक्ष्मी भंडार प्राप्त करने की सभी शर्तों को पूरा करती हैं, तो सभी को संबंधित योजना का लाभ मिल सकता है।