

धनबाद: झारखंड के धनबाद जिले में भूमिगत खदानों से ‘जहरीली गैस रिसाव’ की घटना के बाद इलाके के एक हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया जाएगा। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि जिले के केंदुआडीह बस्ती के विभिन्न स्थानों पर ऐसी खदानों से कथित रूप से कार्बन मोनोऑक्साइड के रिसाव के कारण एक महिला की बुधवार को मौत हो गई, जबकि 12 लोग बीमार पड़ गए।
महिला का होगा पोस्टमार्टम
उन्होंने बताया कि महिला की मौत का वास्तविक कारण फिलहाल पता नहीं चल पाया है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही इसकी पुष्टि हो सकेगी। अधिकारियों ने बताया कि घटना के तुरंत बाद भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (बीसीसीएल) ने लोगों को ‘खतरे वाले क्षेत्रों’ से बाहर निकालना शुरू कर दिया।
घरों की दीवारों पर लगाए गए नोटिस
यहां एक अधिकारी ने बताया कि कंपनी ने इलाके में स्थित घरों की दीवारों पर नोटिस चस्पा किए, जिसमें लोगों से जल्द से जल्द घर खाली करने को कहा गया है। बीसीसीएल के पुटकी-बलिहाटी कोलियरी क्षेत्र के महाप्रबंधक (GM) जी. सी. साहा ने संवाददाताओं को बताया कि
किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए बस्ती में तीन एम्बुलेंस को तैयार रखा गया है। साहा ने कहा, ‘‘कंपनी स्थानीय लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की व्यवस्था कर रही है। जान-माल की सुरक्षा के लिए हमने पहले ही उनसे खतरे वाले क्षेत्र को छोड़ने का अनुरोध कर दिया है।’’
कितना खतरनाक है गैस
कार्बन मोनोऑक्साइड (CO) एक रंगहीन, गंधहीन, अत्यंत जहरीली गैली गैस है। यह खून में ऑक्सीजन की जगह ले लेती है, जिससे मस्तिष्क और दिल को ऑक्सीजन नहीं मिलती। 100-200 ppm पर सिरदर्द, चक्कर, उल्टी होती है। 400 ppm से ज्यादा पर कुछ घंटों में बेहोशी और 1000 ppm पर मिनटों में मौत हो सकती है। इसे "साइलेंट किलर" कहते हैं क्योंकि पता ही नहीं चलता। तुरंत ताजी हवा और इलाज जरूरी है।