कोलकाता : हिंदू कैलेंडर के अनुसार, साल का पहला महीना चैत्र महीना होता है। चैत्र के महीने में पूर्णिमा के दिन ही पिंक मून नजर आने वाला है। इस साल चैत्र पूर्णिमा 23 अप्रैल, मंगलवार के दिन पड़ रही है और इसी दिन शाम को आकाश में पिंक मून का नजारा देखने को मिलेगा। पिंक मून असल में पूरी तरह गुलाबी दिखाई नहीं देता है बल्कि यह आम चांद की तरह ही सिल्वर और गोल्डन रंग का नजर आता है। इस पिंक मून को इसका नाम पूर्व अमेरिका में पाए जाने वाले एक हर्ब मॉस पिंक के नाम पर रखा गया है। इस साल चैत्र पूर्णिमा की शुरूआत 23 अप्रैल, मंगलवार की सुबह 3 बजकर 25 मिनट से होगी और इस तिथि का समापन अगले दिन यानी 24 अप्रैल, बुधवार को 5 बजकर 18 मिनट पर होगा। 23 अप्रैल के दिन ही पूर्णिमा का व्रत रखा जाएगा।
पिंक मून के और नाम
पिंक मून को कई अलग-अलग नामों से जाना जाता है। इसे स्प्राउटिंग ग्रास मून, एग मून, फिश मून, फसह मून, पक पोया और फेस्टिवल मून के नाम से भी जाना जाता है। वहीं, चैत्र पूर्णिमा को चैती पूनम भी कहते हैं। इसी दिन हनुमान जयंती मनाई जाती है।
कब दिखता है पिंक फुल मून
पिंक फुल मून तब दिखता है जब 2 घटनाएं एकसाथ होती हैं। जब चांद धरती के करीब हो और उसी समय पूर्णिमा हो तो पिंक फुल मून होता है। इस पूर्णिमा के दिन आकाश में यही नजारा दिखने वाला है।
चांद के अलग-अलग रंग
पिंक मून के अलावा भी चांद पूर्णिमा के दिन अलग-अलग रंगों का नजर आ सकता है। कई बार प्रदूषण के कारण चांद का रंग नारंगी या फिर पीला दिख सकता है। इसके अलावा हवा में मौजूद कण चांद का रंग बदला हुआ दिखाते हैं और चांद भूरे रंग का दिख सकता है। चांद का सबसे साफ रंग चमकीला होता है जो साफ आकाश में दिखता है।