केसरिया रंग की ‘वंदे भारत’ ट्रेन को लेकर रेल मंत्री ने बताई कई अहम बातें

केसरिया रंग की ‘वंदे भारत’ ट्रेन को लेकर रेल मंत्री ने बताई कई अहम बातें
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नई दिल्ली: सेमी हाई स्पीड वंदे भारत एक्सप्रेस नीले और सफेद रंग के साथ लॉन्च हुई थी। वंदे भारत की डिजाइन और इसमें मौजूद कई सुविधाएं लोगों को आकर्षित करने लगी। देश में अभी 34 जोड़ी वंदे भारत एक्सप्रेस चल रही है। इनमें एक केसरिया रंग की वंद भारत ट्रेन भी चलती है। ये ट्रेन कासरगोड से तिरुवनंतपुरम के बीच चलती है। नए एडवांस फीचर्स के साथ ऑरेंज रंग की वंदे भारत ट्रेन को रेल मंत्री ने महत्वपूर्ण जानकारी दी।

केसरिया रंग को लेकर बोले रेलमंत्री

रेलमंत्री वैष्णव बीते दिनों पत्रकारों से बातचीत में इस बात को सिरे से खारिज कर दिया कि नारंगी रंग की वंदे भारत ट्रेनें शुरू करने के पीछे कोई राजनीतिक कारण है। उन्होंने कहा कि वंदे भारत ट्रेन के रंग को चुनने के पीछे पूरी तरह से साइंटिफिक सोच है। उन्होंने कहा कि इन दो रंगों के अलावा सिल्वर जैसे कुछ और भी रंग हैं, जो पीले और नारंगी जैसे ही चमकीले होते हैं। लेकिन हमारी आंखों की बात करें तो ये दो रंग आंखों के लिए सबसे अच्छे माने जाते हैं। उन्होंने आगे कहा कि यही कारण है कि विमानों और जहाजों के ब्लैक बॉक्स नारंगी रंग के होते हैं। यहां तक कि रेस्क्यू बोट, लाइफ जैकेट आदि जिनका इस्तेमाल NDRF करती है, वो भी नारंगी रंग के ही होते हैं।

24 सितंबर से चल रही है केसरिया वंदे भारत ट्रेन

देश में पहली नारंगी रंग की वंदे भारत ट्रेन को पीएम नरेंद्र मोदी ने 24 सितंबर को कासरगोड और तिरुवनंतपुरम के लिए हरी झंडी दिखाई थी। कासरगोड-तिरुवनंतपुरम 31वीं वंदे भारत ट्रेन थी, जो 19 अगस्त को तमिलनाडु के चेन्नई के पेरंबूर में रेल कोच निर्माता इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में ट्रायल रन के तौर पर चली थी।

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