नई दिल्ली: रूस में फिलिस्तीनी समर्थकों ने उग्रता की सारी हदें पार कर दी। दरअसल, रविवार(29 अक्टूबर) को फिलीस्तीन समर्थकों ने काकेशस गणराज्य के दागिस्तान एयरपोर्ट पर कब्जा कर लिया। प्रदर्शनकारियों को खबर मिली थी कि इजरायलियों से भरी एक प्लेन दागेस्तान एयरपोर्ट पर लैंड करने वाली है। इसके बाद उन्होंने इजराइलियों पर हमला करने के उद्देश्य से रनवे को घेर लिया।
घटना से जुड़ा वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो गया। वीडियो में फिलिस्तीनी समर्थक प्रदर्शनकारी नारेबाजी कर एयरपोर्ट के दरवाजे और बैरिकेडिंग को तोड़ने की कोशिश कर रहे थे। जबकि कुछ लोग यहूदियों की तलाश में एयरपोर्ट के रनवे पर भाग गए और हंगामा करने लगे। हालात को देखते हुए रूस की एविऐशन एजेंसी रोसावियात्सिया ने ऐलान करते हुए कहा कि उसने हवाईअड्डे को बंद कर दिया है। जिसके बाद रूसी सुरक्षाबल घटनास्थल पर पहुंचे।
In 🇷🇺 Makhachkala, locals storm the airport after a plane from Tel-Aviv arrives. They check passports, looking for Israelis. The police don’t interfere. #Israel #IsraelPalestine pic.twitter.com/2mnTBiq1kK
— olexander scherba🇺🇦 (@olex_scherba) October 29, 2023
इजराइलियों की सुरक्षा का आग्रह
इजरायल-हमास युद्ध के बीच रूस से इजरायलियों की सुरक्षा करने का इजराइल ने अनुरोध किया। इस पर दागेस्तान के गवर्नर ने वादा किया कि घटना के लिए जिम्मेदार लोगों को दंडित किया जाएगा। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। काकेशस क्षेत्र के अधिकारियों ने जानकारी दी कि प्रदर्शन के दौरान कई लोगों को चोटें भी आई है। घटना के बाद रूसी एविऐशन एजेंसी रोसावियात्सिया ने रविवार देर रात घोषणा की कि हवाई अड्डे से प्रदर्शनकारियों को हटा दिया गया है, जिसके बाद अगले महीने 6 नवंबर तक एयरपोर्ट को बंद कर दिया गया है।
युद्ध की वजह से 8000 से अधिक लोगों की मौत
हमास ने 7 अक्टूबर को इजरायल पर ताबड़तोड़ हमला किया। इस हमले में इजरायल के लगभग 1400 लोगों की मौत हो गई और हमास ने लगभग 230 लोगों को बंधक बना लिया है। इसके बाद इजरायल ने हमास के खिलाफ युद्ध का ऐलान कर दिया और ताबड़तोड़ बमबारी शुरू कर दी। इस दौरान गाजा पट्टी में इजरायली हवाई हमले में अब तक करीब 8000 लोगों की मौत हो गई और 20 हजार से ज्यादा लोगों के घायल हुए हैं।