हमसे रोबोट की तरह प्रदर्शन की उम्मीद की जाती है : हारिस रऊफ

सितंबर में भारत के खिलाफ एशिया कप मैचों के दौरान आपत्तिजनक हाव-भाव के कारण दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पिछली सीरीज के दौरान उन पर दो मैचों का प्रतिबंध लगाया गया था
हमसे रोबोट की तरह प्रदर्शन की उम्मीद की जाती है : हारिस रऊफ
Published on

रावलपिंडी : पाकिस्तान के तेज गेंदबाज हारिस रउफ ने भारत के खिलाफ एशिया कप के फाइनल में खराब प्रदर्शन के बाद आलोचकों को जवाब देते हुए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की ‘कठोर’ प्रकृति पर अफसोस जताया जिसमें ‘इंसानों से रोबोट की तरह प्रदर्शन की उम्मीद की जाती है।’ हारिस ने श्रीलंका के खिलाफ पहले एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में चार विकेट लिए, जिससे उनकी टीम छह रन से जीत हासिल करने में सफल रही। सितंबर में भारत के खिलाफ एशिया कप मैचों के दौरान आपत्तिजनक हाव-भाव के कारण दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पिछली सीरीज के दौरान उन पर दो मैचों का प्रतिबंध लगाया गया था।

रऊफ से जब पूछा गया कि वह भारत के खिलाफ एशिया कप फाइनल जैसे बड़े मैच में अच्छा प्रदर्शन क्यों नहीं कर पाते हैं, उन्होंने कहा, ‘हमारे लिए कोई माफी नहीं होती। हमसे रोबोट की तरह प्रदर्शन करने की उम्मीद की जाती है, लेकिन हम इंसान हैं और हमारे लिए भी कोई दिन बुरा हो सकता है।’ एशिया कप फाइनल में 3.4 ओवर में 50 रन देकर सबसे महंगे गेंदबाज रहे हारिस ने कहा कि एक खिलाड़ी के लिए दिन खराब हो सकता है, क्योंकि आपकी रणनीति हमेशा सफल नहीं होतीं। उन्होंने कहा, ‘महत्वपूर्ण बात है कि आप हार नहीं मानते और दिन बुरा होने पर निराश नहीं होते।

हम केवल अपने कौशल पर विश्वास रखते हैं और गलतियों को सुधारने पर काम करते रहते हैं, लेकिन एक पेशेवर क्रिकेटर के तौर पर किसी भी गेंदबाज का दिन खराब हो सकता है।‘ प्रशंसकों की निराशा के बारे में पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात पर कभी संदेह नहीं करना चाहिए कि खिलाड़ियों ने खराब दिन होने के बावजूद भी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास नहीं किया। रऊफ ने कहा, ‘किसी भी खिलाड़ी को आलोचना अच्छी नहीं लगती। हर किसी की अपनी राय होती है लेकिन जैसा मैंने पहले कहा हमारे लिए किसी तरह की माफी नहीं होती है। अगर हमने 10 मैच में अच्छा प्रदर्शन किया और एक मैच में खराब खेल गए तो लोग उस मैच को याद रखते हैं जिसमें हमारा प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा।’

संबंधित समाचार

No stories found.

कोलकाता सिटी

No stories found.

खेल

No stories found.
logo
Sanmarg Hindi daily
sanmarg.in