दुबई : भारत के एशिया कप अंडर-19 अभियान की अगुवाई युवा स्टार बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी और आयुष म्हात्रे करेंगे लेकिन सभी का ध्यान इस बात पर भी रहेगा कि क्या भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) इन युवा खिलाड़ियों को अपने पाकिस्तानी समकक्षों से हाथ मिलाने की इजाजत देगा या नहीं। मुंबई और चेन्नई सुपरकिंग्स के आक्रामक सलामी बल्लेबाज म्हात्रे की कप्तानी में भारतीय अंडर-19 टीम शुक्रवार को यूएई के खिलाफ अपना अभियान शुरू करेगी तो वहीं रविवार को पाकिस्तान के खिलाफ होने वाला मैच निश्चित रूप से जूनियर महाद्वीपीय चैंपियनशिप में सबसे अधिक सुर्खियां बटोरेगा जिसे अगले साल की शुरुआत में होने वाले विश्व कप के लिए ड्रेस रिहर्सल के तौर पर देखा जा रहा है।
भारतीय खिलाड़ियों ने भारतीय सेना और पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों के साथ एकजुटता दिखाते सीनियर पुरुषों के एशिया कप, उसके बाद महिला एकदिवसीय विश्व कप और राइजिंग स्टार्स एशिया कप T-20 टूर्नामेंट में पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ मिलाने से इनकार कर दिया था। हालांकि जब अंडर-19 क्रिकेटर्स की बात आती है तो माना जाता है कि आईसीसी भी चाहता है कि राजनीति को इससे दूर रखा जाए और खेल भावना के सामान्य नियमों का पालन किया जाए। मामले की जानकारी रखने वाले BCCI के एक अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया, ‘लड़कों को कुछ नहीं कहा गया है लेकिन जाहिर है कि BCCI ने अपने मैनेजर आनंद दातार को स्पष्ट निर्देश दिए हैं।
अब अगर भारतीय लड़के पाकिस्तान टीम से हाथ नहीं मिलाते हैं तो मैच रेफरी को पहले से सूचित करना होगा।’ उन्होंने कहा, ‘हमें पता है कि ICC जूनियर क्रिकेट के मामले में राजनीति को आगे नहीं आने देना चाहता इसलिए यह खराब छवि और जनता की भावना दोनों का मामला है।’ जहां तक टूर्नामेंट की बात है तो भारत और पाकिस्तान का ग्रुप ए से शीर्ष दो टीम के तौर पर सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई करना लगभग तय है क्योंकि ग्रुप की अन्य दो टीम मलेशिया और यूएई हैं जिन्हें 50 ओवर का क्रिकेट खेलने का ज्यादा अनुभव नहीं है। सूर्यवंशी और कप्तान म्हात्रे दोनों ही मौजूदा सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में शानदार फॉर्म के बाद टूर्नामेंट में आ रहे हैं। म्हात्रे ने ग्रुप चरण में लगातार दो शतक और एक अर्द्धशतक लगाया तो वहीं सूर्यवंशी महाराष्ट्र के खिलाफ टूर्नामेंट के इतिहास में शतक लगाने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए।