नयी दिल्ली : भारतीय दिग्गज विराट कोहली ने टी-20 क्रिकेट में साझेदारी बनाने के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि इसका महत्व उन पिचों पर और बढ़ जाता है जहां बड़ा स्कोर बनाना संभव नहीं होता है। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के मौजूदा सत्र में पिचें धीमी रही हैं, जिससे बल्लेबाजों को क्रीज पर आते ही आक्रामक रवैया अपनाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू और दिल्ली कैपिटल्स के बीच रविवार को यहां खेले गये मैच में हालांकि कोहली और लोकेश राहुल ने दिखाया कि चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों से कैसे निपटा जाना चाहिये। कोहली ने रविवार को दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ आईपीएल की 10 पारियों में अपना छठा अर्धशतक लगाया, जिससे आरसीबी ने मौजूदा सत्र में घरेलू मैदान से बाहर अपना अजेय क्रम जारी रखा है। कोहली ने दिल्ली पर छह विकेट की जीत के बाद प्रसारकों से कहा, ‘इस पिच को देखते हुए यह एक बेहतरीन जीत थी।
हमने यहां कुछ मैच देखे और यह विकेट उन मैचों की तुलना में अलग था। जब भी कोई लक्ष्य का पीछा करता है, तो मैं डगआउट से नजर रखता हूं कि हम सही दिशा में आगे बढ़ रहे है या नहीं।’ आसीबी ने जीत के लिए 163 रन का पीछा करते हुए 26 रन पर तीन विकेट गंवा दिये थे लेकिन कोहली (51) ने क्रुणाल पांड्या (नाबाद 73) के साथ चौथे विकेट के लिये 84 गेंद में 119 रन की साझेदारी कर जीत की नींव रखी। कोहली ने अपनी बल्लेबाजी के बारे में कहा कि वह परिस्थितियों का आकलन कर उसके अनुसार खेल की अपनी शैली में बदलाव करते हैं। कोहली से जब पूछा गया कि लक्ष्य का पीछा करते समय वह किस तरह से योजना बनाते है तो उन्होंने कहा, ‘मैं देखता हूं कि टीम को कितना स्कोर करना है, परिस्थितियां कैसी हैं। कौन से गेंदबाज गेंदबाजी करने वाले हैं। कौन से गेंदबाज हैं जिनके खिलाफ रन बनाना मुश्किल हो सकता है।’
उन्होंने कहा, ‘मैं कोशिश करता हूं कि मैं दौड़कर एक और दो रन लेते रहूं ताकि स्कोर बोर्ड पर रुकावट नहीं आये। लोग इस प्रारूप में साझेदारी के महत्व को भूल रहे हैं और इस टूर्नामेंट में साझेदारी और गेंदबाजों पर हावी होने की कोशिश का अच्छा परिणाम मिल रहा है।’ क्रुणाल अपनी पारी की शुरुआत में संघर्ष कर रहे थे लेकिन पिच और परिस्थितियों से तालमेल कायम करने के बाद नौ वर्षों में अपना पहला अर्द्धशतक लगाने में सफल रहे। कोहली ने कहा, ‘क्रुणाल ने शानदार प्रदर्शन किया। उसके पास मैच पर अपना प्रभाव छोड़ने की क्षमता है और यह सही समय था। हम लगातार बातचीत कर रहे थे जिसमें क्रुणाल मुझे क्रीज पर डटे रहने का सुझाव दे रहा था। वह इस दौरान अपने मौके का फायदा उठाता रहा।’
कोहली के आउट होने के बाद टिम डेविड ने सिर्फ पांच गेंदों पर 19 रन बनाकर टीम को नौ गेंद शेष रहते जीत दिला दी। टीम के आखिरी ओवरों के विशेषज्ञ बल्लेबाजों के बारे में पूछे जाने पर कोहली ने कहा, ‘हमारे पास टिम डेविड के रूप में अतिरिक्त ताकत है, साथ ही जितेश शर्मा भी है। पारी के अंत में उनकी ताकत निश्चित रूप से आपकी मदद करती है। टीम में अब रोमारियो शेपर्ड का भी विकल्प है।’ उन्होंने क्रुणाल और सुयश शर्मा की स्पिन जोड़ी की भी प्रशंसा की। कोहली ने कहा, ‘जोश हेजलवुड और भुवनेश्वर कुमार विश्व स्तरीय गेंदबाज हैं, यही कारण है कि जोश के पास पर्पल कैप है।’ उन्होंने कहा, ‘क्रुणाल जिस तरह से अपनी गति में विविधता लाया, वह लाजवाब था। सुयश को ज्यादा विकेट नहीं मिले है लेकिन वह हमारे लिए छुपे रुस्तम रहे हैं हमारे स्पिनर बीच के ओवरों में लगातार आक्रमण करते रहते हैं।’