नई दिल्ली: टीम के खराब प्रदर्शन से पाकिस्तान में बवाल मचा है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ इस मामले की संसद में चर्चा करेंगे। प्रधानमंत्री के राजनीतिक और सार्वजनिक मामलों के सलाहकार राना सनाउल्लाह ने एक कार्यक्रम में यह जानकारी दी। एक टीवी चैनल ने दावा किया है कि यह मामला संसद में उठाया जाएगा। पाकिस्तान को 29 साल बाद आईसीसी टूर्नामेंट की मेजबानी मिली थी। इससे पहले 1996 में भारत के साथ मिलकर पाकिस्तान ने वनडे विश्व कप की मेजबानी की थी।
मेजबान पाकिस्तान चैंपियंस ट्राॅफी 2025 से एक भी मैच जीते बगैर बाहर हो गया है। दरअसल उसके अंतिम मैच जीतने के चांस थे लेकिन यह भी नहीं हो सका। गुरुवार को पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच ग्रुप-ए का मुकाबला बारिश की वजह से रद्द कर दिया गया। रावलपिंडी में बारिश की वजह से टॉस तक नहीं हो सका। इसी के साथ चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में मेजबान पाकिस्तान के सफर का बुरा अंत हुआ।
पाकिस्तान के साथ-साथ बांग्लादेश भी बाहर हो गया। बांग्लादेश भी एक मैच भी नहीं जीत सका। मैच रद्द होने की वजह से दोनों टीमों को एक-एक अंक तो मिला, लेकिन रिजवान की टीम ग्रुप-ए में आखिरी स्थान पर रही। बांग्लादेश ने उनसे ऊपर तीसरे स्थान पर रहते हुए सफर का अंत किया। ग्रुप-ए से भारत और न्यूजीलैंड ने सेमीफाइनल के लिए क्वालिफाई किया है। बांग्लादेश की टीम तीन मैचों में दो हार और एक बेनतीजा मैच के साथ एक अंक और -0.44 नेट रन रेट लेकर तीसरे स्थान पर रही। वहीं, पाकिस्तान की टीम -1.09 नेट रन रेट के साथ चौथे स्थान पर रही।
ये भी पढे़ं: कोई भी टीम अफगानिस्तान को अब हल्के में नहीं लेगी
पाकिस्तान ने करीब 14 अरब रुपये खर्च किए
राना सनाउल्लाह ने कहा कि इस टूर्नामेंट के लिए हमने 12 से 14 अरब रुपये खर्च किए, लेकिन टीम हार गई। मुझे इस बात का बहुत अफसोस हुआ। दुनिया क्रिकेट खेलेगी और हम तमाशाई बन गए हैं। जितनी तवज्जो स्टेडियम को दी गई। उतनी ही टीम को देनी चाहिए थी। इससे पूरा पाकिस्तान मायूस है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड एक स्वतंत्र संस्था है। इसमें बेपनाह पैसा है, यहां पर अधिकारी पैसे के लिए टिके हुए हैं। लोग डेपुटेशन पर अपनी ड्यूटी लगवाते हैं, जिससे एक सिस्टम बन गया है। मेरा मानना है कि पीसीबी को सरकार नियंत्रित करे।
शर्मनाक रिकार्ड बना गए पाकिस्तानी
पाकिस्तान ने चैंपियंस ट्राॅफी से बाहर होते ही कुछ अनचाहे रिकाॅर्ड अपने नाम कर लिए हैं। 2009 के बाद यह पहली दफा है जब कोई मेजबान टीम ग्रुप ए से ही बाहर हो गयी। आखिरी बार दक्षिण अफ्रीकी टीम के साथ ऐसा हुआ था। लेकिन द. अफ्रीका ने तीन में से एक मैच जीती थी। यहां तो पाकिस्तान एक भी मैच नहीं जीत पाया।
इतना ही नहीं पाकिस्तान ऐसी चौथी टीम है जो चैंपियंस ट्रॉफी में खिताब का बचाव करने उतरी, लेकिन ग्रुप चरण में ही बाहर हो गई। पहली बार ऐसा 2004 में हुआ जब भारत और श्रीलंका ग्रुप चरण में ही बाहर हो गई थी। भारत और श्रीलंका 2002 में इस टूर्नामेंट के संयुक्त विजेता बने थे। आखिरी बार 2013 में ऐसा हुआ था जब गत चैंपियन टीम ग्रुप चरण में बाहर हो गई थी। उस वक्त ऑस्ट्रेलिया कोई मैच नहीं जीत सकी थी।