

नयी दिल्ली : भारतीय टीम में 'सुपरस्टार संस्कृति' खत्म करने पर उनके लगातार जोर देने के कारण ड्रेसिंग रूम में असंतोष की अटकलों के बीच मुख्य कोच गौतम गंभीर के भविष्य के बारे में अगले महीने चैम्पियंस ट्रॉफी में भारत के प्रदर्शन के आधार पर समीक्षा की जायेगी। बताया जा रहा है कि भारतीय टीम में दरार पड़ चुकी है। पिछले साल जुलाई में गंभीर के पद संभालने के बाद भारत ने 10 में से 6 टेस्ट और श्रीलंका में एक द्विपक्षीय एकदिवसीय शृंखला गंवाई है।
इसके और अपने खराब फॉर्म के कारण विराट कोहली और रोहित शर्मा के अंतरराष्ट्रीय कैरियर को लेकर भी अटकलों का बाजार गर्म है। इसके साथ ही गंभीर की स्थिति भी अब उतनी मजबूत नहीं है। ऐसी अटकलें हैं कि आस्ट्रेलिया में बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के दौरान उनके और प्रमुख खिलाड़ियों के बीच मतभेद रहे। भारत को श्रृंखला में 1-3 से पराजय का सामना करना पड़ा।
सुपरस्टार कल्चर खत्म करना चाहते हैं गंभीर : सूत्र ने कहा कि गंभीर सुपरस्टार कल्चर खत्म करना चाहते हैं जो इतने साल से चला आ रहा है। इससे कुछ खिलाड़ियों को दिक्कत हो रही है। कोलकाता नाइट राइडर्स के कप्तान रहते हुए 2012 में वह खुद बाहर बैठे थे और चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ आईपीएल फाइनल में ब्रेंडन मैकुलम ने कप्तानी की थी।
गंभीर में पूर्व कोच ग्रेग चैपल की झलक ! : इन सबके बीच राष्ट्रीय चयन समिति का भी नजरिया है जो नहीं चाहती कि चयन मामलों में कोच ज्यादा राय रखें। एक पूर्व चयनकर्ता ने कहा कि गंभीर में पूर्व कोच ग्रेग चैपल की झलक मिलती है। पूर्व चयनकर्ता ने कहा कि या तो आप रवि शास्त्री की तरह मीडिया के दोस्त बनकर रहिये और खिलाड़ियों को 'अल्फा मेल' की छवि देने वाले बयान देते रहिये। या राहुल द्रविड़, गैरी कर्स्टन या जॉन राइट की तरह चुपचाप अपना काम करके खिलाड़ियों को सुर्खियों में रहने दीजिये। भारत में चैपल का तरीका नहीं चलेगा। चैपल के कोचिंग के तरीकों को लेकर सीनियर खिलाड़ियों में काफी असंतोष रहा था।