उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि क्रिकेटर के तौर पर मेरे भीतर अभी पंच बाकी है लेकिन मैं क्लब स्तर पर उसे दिखाना चाहूंगा। मैने अपने कैरियर का पूरा मजा लिया। मेरी रोहित और बाकी खिलाड़ियों के साथ कई यादें हैं।' उन्होंने चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे की ओर इशारा करते हुए कहा, 'उनमें से कुछ पिछले कुछ साल में चले गए। हम आॅस्ट्रेलिया में भारतीय ड्रेसिंग रूम में उस जमात की आखिरी कड़ी हैं।' अश्विन ने भारत के लिये 116 वनडे खेलकर 156 विकेट लिये जबकि 65 टी-20 में 72 विकेट चटकाये। उन्होंने 2010 में वनडे में और 2011 में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था। उन्होंने कहा, 'मुझे कई लोगों को धन्यवाद देना है लेकिन सबसे पहले बीसीसीआई और अपने साथी खिलाड़ियों को धन्यवाद दूंगा। रोहित, विराट, अजिंक्य, पुजारा जिन्होंने विकेट के आसपास कैच लपककर मुझे विकेट दिलाये। आॅस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम को भी धन्यवाद जिनके खिलाफ खेलने में मजा आया।' उन्होंने मीडिया को धन्यवाद देते हुए कहा, 'यह भावुक पल है। मुझे माफ कीजिये कि सवाल नहीं ले सकूंगा। मेरे बारे में अच्छा और कभी कभी बुरा लिखने के लिये धन्यवाद।' उनके संन्यास से 2014 सीरीज की यादें ताजा हो गई जब तत्कालीन कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने आॅस्ट्रेलिया के विजयी बढत लेने के बाद टेस्ट क्रिकेट से विदा ले ली थी। अश्विन का फैसला भले ही चौकाने वाला रहा हो लेकिन रोहित ने बताया कि पर्थ टेस्ट के दौरान इस बारे में बात हुई थी।