
लंदन : दक्षिण अफ्रीका के कप्तान तेम्बा बावुमा ने कहा कि विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) की ऐतिहासिक जीत ने टीम की साख पर संदेह को खत्म कर दिया है। उन्होंने इसके साथ ही इस बात को भी खारिज कर दिया कि खिताबी मुकाबले तक पहुंचने की राह में उन्हें किसी मजबूत प्रतिद्वंद्वी का सामना नहीं करना पड़ा। दक्षिण अफ्रीका का आईसीसी ट्रॉफी के लिए 27 साल लंबा इंतजार शनिवार को खत्म हो गया, जब उन्होंने फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को पांच विकेट से हराया। यह उनका पहला डब्ल्यूटीसी खिताब है और 1998 में आईसीसी नॉक-आउट ट्रॉफी (अब आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी) जीतने के बाद उनकी पहली आईसीसी ट्रॉफी है। दक्षिण अफ्रीका की टीम 2023-25 चक्र में बांग्लादेश, श्रीलंका और पाकिस्तान पर सीरीज जीत, न्यूजीलैंड के खिलाफ हार और भारत के खिलाफ ड्रॉ के बाद डब्ल्यूटीसी फाइनल में पहुंची।
बावुमा ने मैच के बाद पुरस्कार समारोह में कहा, ‘हमने अपने प्रदर्शन दम पर फाइनल में जगह बनाई। हमारे फाइनल में पहुंचने पर सवाल उठाये गये थे लेकिन इस जीत ने उसे खत्म कर दिया।’ उन्होंने कहा, ‘हमारे लिए पिछले दो दिन बेहद खास रहे हैं। हमें ऐसा लगा जैसे हम दक्षिण अफ्रीका में ही खेल रहे हैं। हमने कड़ी तैयारी की और हम बहुत विश्वास के साथ आए थे। बहुत लोगों को हम पर संदेह था लेकिन खुशी है कि हमने अच्छा प्रदर्शन किया।’ बावुमा ने इस बात को खारिज कर दिया कि प्रोटियाज टीम कमजोर प्रतिद्वंद्वियों का सामना कर डब्ल्यूटीसी फाइनल में पहुंची। उन्होंने कहा, ‘हम यहां होने के हकदार हैं। लोगों ने कहा कि हमने मजबूत टीमों का सामना नहीं किया है जो बकवास है। हमने इस बार ऑस्ट्रेलिया को हराया, हमें अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना था।’
उन्होंने कहा, ‘मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकता कि मैं कैसा महसूस कर रहा हूं। बेहद खुश हूं, हमने अच्छी योजना बनाई है और कड़ी मेहनत की है। समर्थन के लिए सभी का शुक्रिया, पिछले चार दिन घरेलू मैच की तरह लगे।’ दक्षिण अफ्रीका की टीम में विश्व स्तरीय प्रतिभाओं के बावजूद आईसीसी ट्रॉफी जीतने में संघर्ष करना पड़ा है। टीम अहम मौकों पर दबाव झेलने में नाकाम रही और खिताब से दूर हो गयी। बावुमा को उम्मीद है कि डब्ल्यूटीसी खिताब से यह सब बदल जाएगा। उन्होंने कहा, ‘हम अथक प्रयास करते रहे हैं, लगातार जीत के करीब पहुंच कर फिसलते रहे हैं। इस बार किस्मत का हमें साथ मिला। उम्मीद है कि यह जीत आने वाले कई यादगार जीत में से एक होगी।’ बावुमा ने मांसपेशियों में खिंचाव के बावजूद बल्लेबाजी जारी रखते हुए 66 रन की जुझारू पारी खेली और शतकवीर एडेन मारक्रम (136) के साथ तीसरे विकेट के लिए 147 रन की साझेदारी कर जीत की नींव रखी।
उन्होंने कहा, ‘हमारे और घर पर मौजूद लोगों के लिए यह एक खास पल था, शायद कुछ दिनों में इसका एहसास हो जाएगा। वहां जज्बे में कोई कमी नहीं थी, मुझे लगता है कि हम एक टीम के रूप में यही चाहते थे।’ उन्होंने जीत में योगदान के लिए मारक्रम और मैच में नौ विकेट लेने वाले कागिसो रबाडा की तारीफ की। दक्षिण अफ्रीका के कप्तान ने कहा कि खिताब जीतना ‘हमारे लिए एकजुट होने का अवसर है। उन्होंने कहा, ‘आप निश्चिंत रहें कि हम एकजुट होकर जश्न मनाएंगे।’ प्लेयर ऑफ द मैच मारक्रम ने इसे अपने करियर का सबसे खास दिन करार दिया। मारक्रम ने कहा, ‘मैंने इससे अहम रन कभी नहीं बनाया है। अजीब बात है कि पहली पारी में शून्य पर आउट होने के बाद चीजें कैसे बदल गयी। क्रीज पर कुछ समय बिताया और थोड़ा किस्मत का साथ मिला। खुशी है कि चीजें काम कर गईं।’
उन्होंने कहा, ‘लॉर्ड्स वह जगह है जहां हर टेस्ट क्रिकेटर खेलना चाहता है। यहां फाइनल खेलना अविश्वसनीय रूप से खास है। बड़ी संख्या में हमारे प्रशंसक यहां मौजूद है।’ ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस ने कहा कि डब्ल्यूटीसी फाइनल में पहुंचना एक बड़ी उपलब्धि थी। पिछले डब्ल्यूटीसी फाइनल में भारत को हराकर इस चैंपियनशिप का गद्दा उठाने वाले कमिंस ने दक्षिण अफ्रीका से मिली शिकस्त के बाद कहा, ‘यह सबसे बड़ा मैच है। मुझे टेस्ट क्रिकेट पसंद है। फाइनल में पहुंचना एक बड़ी उपलब्धि है। हम खिताब नहीं जीत सके लेकिन यह एक शानदार सप्ताह रहा।’ उन्होंने कहा कि दक्षिण अफ्रीका विजेता बनने का हकदार था क्योंकि उन्होंने पूरे मैच में खुद को बनाए रखा। उन्होंने कहा, ‘एडेन और तेम्बा ने हमें कोई मौका नहीं दिया। दक्षिण अफ्रीका ने यह साबित किया कि उनकी टीम यहां क्यों है। वे विजेता के हकदार हैं, उन्होंने कभी मैच पर अपनी पकड़ को कमजोर नहीं होने दिया।’