

मुंबई : भारतीय शेयर बाजार को लेकर अमेरिकी ब्रोकरेज कंपनी गोल्डमैन शैक्स ने अपने अनुमान को बढ़ाया है। इसने कहा कि भारतीय शेयर बाजार में अधिक लिवाली से एनएसई का 50 शेयरों वाला निफ्टी सूचकांक 2026 के अंत तक 14 प्रतिशत बढ़कर 29,000 अंक तक पहुंच सकता है। इस साल शेयर बाजार के हल्के प्रदर्शन के बाद गोल्डमैन शैक्स ने यह अनुमान जताया है। ब्रोकरेज कंपनी ने कहा कि 2025 में अबतक इक्विटी में ‘मामूली’ तीन प्रतिशत की वृद्धि हुई है। जबकि उभरते बाजारों के लिए यह सबसे मजबूत वर्षों में से एक रहा है, जिसमें 30 प्रतिशत से अधिक की तेजी देखी गई है। ‘
ओवरवेट’ रुख : गोल्डमैन शैक्स ने कहा,शेयर बाजार का यह कमतर प्रदर्शन पिछले दो दशक में सबसे कमजोर है। इसका कारण उच्चतम शुरुआती मूल्यांकन और चक्रीय वृद्धि और लाभ में नरमी का अनुमान रहा। उसने पिछले साल अक्टूबर में इन्हीं कारणों से भारत के बारे में अपने अनुमान को कम कर दिया था और अब वह भारत पर ‘ओवरवेट’ रुख अपना रहा है।
बेहतर प्रदर्शन करेगा : जैसे-जैसे साल आगे बढ़ा और आय में कमी आई, शुल्क संबंधी बाधाओं ने धारणा को और बिगाड़ दिया और बड़े पैमाने पर विदेशी संस्थागत निवेशकों को जोखिम कम करने को प्रेरित किया। अब हमें लगता है कि आने वाले साल में भारतीय शेयर बाजार बेहतर प्रदर्शन करेगा।
अनुमान को बढ़ाया : आरबीआई के नीतिगत दर में कटौती, बेहतर नकदी और बैंकों के विनियमन में ढील और आय में सुधार जैसी आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने वाली नीतियों के कारण अनुमान को बढ़ाया गया है।
30 अरब डॉलर की बिकवाली : उल्लेखनीय रूप से ‘अंडरपोजिशनिंग’ के कारण विदेशी निवेशकों ने 30 अरब डॉलर की बिकवाली की। ब्रोकरेज कंपनी ने कहा कि वह अगले साल के लिए वित्तीय, उपभोक्ता, तेल विपणन कंपनियों और रक्षा क्षेत्र के शेयरों को बेहतर मानता है।