

पटना : बिहार विधानसभा चुनाव में मिली प्रचंड जीत के बाद राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) अब सरकार गठन की तैयारियों में जुट गया है। शनिवार को गठबंधन दलों के नेता मुख्यमंत्री और जनता दल यूनाइटेड (JDU) के अध्यक्ष नीतीश कुमार से मुलाकात के लिए एक-एक कर यहां उनके सरकारी आवास पहुंचे।
इनमें केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान भी शामिल रहे, जो इस संभावना से उत्साहित हैं कि उनकी पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) भी राज्य सरकार का हिस्सा हो सकती है।
पासवान ने कहा, मैंने नीतीश कुमार जी को विजय की बधाई दी। NDA की इस जीत ने यह साबित कर दिया है कि हमारे बीच किसी तरह का मतभेद नहीं था। चुनाव प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री ने उन सीट पर भी प्रचार किया जहां हमारे प्रत्याशी थे। हमने भी में JDU प्रत्याशी का समर्थन किया, जो हमारा गृह क्षेत्र माना जाता है।
खगड़िया जिले में सुरक्षित (अनुसूचित जाति) सीट अलौली कभी चिराग के दिवंगत पिता राम विलास पासवान के प्रभाव वाला क्षेत्र रहा है। बाद में उनके चाचा पशुपति कुमार पारस ने भी इस सीट का कई बार प्रतिनिधित्व किया था। पशुपति कुमार पारस से परिवार की दूरी अब जगजाहिर है।
इस बार JDU के रामचंद्र सदा ने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के मौजूदा विधायक राम वृक्ष सदा को हराकर यह सीट अपने नाम की, जबकि पारस के बेटे यश राज अपनी नई पार्टी राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी से पहली बार चुनाव लड़ते हुए तीसरे स्थान पर रहे।
उपमुख्यमंत्री पद को लेकर पूछे गये प्रश्न पर चिराग पासवान ने कहा, मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री का चयन सभी विधायक मिलकर तय करते हैं। हालांकि उन्होंने यह भी कहा, व्यक्तिगत रूप से मुझे लगता है कि नीतीश कुमार जी को ही सरकार का नेतृत्व जारी रखना चाहिए।
करीब 75 वर्ष की आयु के नीतीश कुमार पिछले कुछ समय से स्वास्थ्य कारणों से परेशान रहे हैं, हालांकि चुनाव अभियान में उन्होंने पूरी मजबूती से हिस्सा लिया।
JDU 85 सीट जीतकर, BJP (89 सीट) के बाद दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। भले ही नीतीश कुमार स्वयं चुनाव मैदान में नहीं थे, लेकिन इन परिणामों को उनके नेतृत्व पर जनमत-संग्रह के रूप में देखा जा रहा है।
NDA के अन्य सहयोगी, हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के नेता संतोष कुमार सुमन ने भी कहा कि नीतीश कुमार को ही मुख्यमंत्री बने रहना चाहिए। संतोष कुमार सुमन केंद्रीय मंत्री और गया से सांसद जीतन राम मांझी के पुत्र हैं।
JDU प्रमुख से मुलाकात के बाद सुमन ने कहा,मेरा मानना है कि नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री रहेंगे। अगले दो-तीन दिनों में सब तय हो जाएगा।
मुख्यमंत्री निवास पहुंचने वालों में BJP नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव भी शामिल थे, जिनकी राजनीतिक वापसी इस बार दानापुर विधानसभा सीट से जीत के साथ हुई है।
उपमुख्यमंत्री पद के लिए उनका नाम सामने आने की अटकलों पर उन्होंने आश्चर्य जताया और कहा कि BJP यादव मतदाताओं पर RJD का एकाधिकार तोड़ने हेतु उन्हें आगे बढ़ा रही है, इस तरह की चर्चा महज कयास है।
RJD अध्यक्ष लालू प्रसाद के कभी करीबी रहे रामकृपाल ने तेजस्वी यादव के उस दावे पर भी कटाक्ष किया कि 18 नवंबर को ‘इंडिया’ गठबंधन सरकार बनाएगा। उन्होंने कहा,यह सब दिवास्वप्न हैं।