हावड़ा : हावड़ा शहर को महानगर कोलकाता का जुड़वा शहर माना जाता है। ऐसे में सेंट्रल हावड़ा जहां पर अस्पताल, कोर्ट, निगम, डीएम ऑफिस समेत कई महत्वपूर्ण कार्यालय हैं, उन इलाकों तक पहुंचने के लिए बंकिम सेतु ही एकमात्र ऑप्शन है। ऐसे में बंकिम सेतु की सुरक्षा और सुंदरीकरण पर भी ध्यान दिया जा रहा है, ताकि इन इलाकों में हो रही दुर्घटनाओं के खतरों को भी रोका जा सके। दरअसल दुर्घटनाओं का मुख्य कारण होता है कि ट्रैफिक नियमों का अनुपालन नहीं करना, साथ ही परिवहन विभाग की लापरवाही भी सड़क दुर्घटना की वजह है। इन खामियों को दूर करने के लिए केएमडीए और पुलिस विभाग की ओर से व्यापक तैयारी चल रही है। सुरक्षित यातायात को लेकर केएमडीए के अधिकारी व कर्मचारी जुटे हैं। शहर के वैसे स्थान जहां सड़क दुर्घटनाएं अधिक होती हैं, वैसे स्थान को चिह्नित कर ब्लैक स्पॉट की सूची तैयार कर वहां पर बम्पर लगाये जा रहे हैं। इससे ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त किया जा सकेगा। बंकिम सेतु जहां पर पहले कभी भी डिवाइडर नहीं लगाया गया था, वहां पर लोग ऐसे ही सड़कों को पार कर जाते थे। बिनी किसी नियम के अब वहां पर ऐसा नहीं हो सकेगा।
क्या कहना है ACP ट्रैफिक का : इस बारे में एसीपी हावड़ा ट्रैफिक जयंत बाग ने कहा कि दरअसल इस डिवाइडर को लेकर कई बार चर्चा हुई लेकिन अंत में केएमडीए की मदद से इसे लगाया जा रहा है। इससे कोई भी ट्रैफिक नियमों को तोड़कर डायरेक्टली रोड नहीं पार कर सकेगा। इसके साथ ही टिकियापाड़ा, सलकिया, गोलाबाड़ी, बाली इलाके के ब्लैक स्पॉट को चिह्नित कर बम्पर लगाये जा रहे हैं।