कोलकाता : कोलकाता और आसपास के क्षेत्रों के निवासियों के लिए मेट्रो रेलवे एक विश्वसनीय और तेज परिवहन साधन बन चुकी है और अब इसका उपयोग दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। पिछले 5 महीनों में मेट्रो ने 9.3 करोड़ से अधिक यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाया है, जो इस परिवहन प्रणाली की बढ़ती लोकप्रियता और विश्वसनीयता का प्रतीक है। जुलाई 2024 से नवंबर 2024 तक के आंकड़ों के अनुसार, मेट्रो की ब्लू लाइन ने लगभग 8 करोड़ यात्रियों को यात्रा करायी, जबकि ग्रीन लाइन-1 और ग्रीन लाइन-2 ने क्रमशः 61 लाख और 64 लाख यात्रियों को अपनी सेवाएं प्रदान की। इसके अलावा ऑरेंज लाइन में 2.7 लाख यात्रियों ने और पर्पल लाइन में 79000 यात्रियों ने यात्रा की है।
डिजिटल भुगतान का बढ़ता चलन : यात्रियों की बढ़ती संख्या के साथ-साथ मेट्रो में डिजिटल भुगतान के विकल्प भी लोकप्रिय हो गए हैं। अब अधिकतर यात्री टोकन और स्मार्ट कार्ड खरीदने के लिए डिजिटल मोड का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिससे उनकी यात्रा सुविधाजनक और तेज हो रही है। यूपीआई, नेट बैंकिंग, डेबिट/क्रेडिट कार्ड के माध्यम से भुगतान करने की प्रणाली ने यात्रियों के समय की बचत की है। इसके अलावा मेट्रो के सभी प्रमुख स्टेशनों पर स्वचालित स्मार्ट कार्ड रिचार्ज मशीनों (एएससीआरएम) में यूपीआई आधारित टिकटिंग सिस्टम लागू किया गया है, जिससे अब यात्रियों को सही कीमत के लिए नोटों और सिक्कों का इस्तेमाल करने की आवश्यकता नहीं होती। डिजिटल भुगतान के माध्यम से कुल आय का 25.51% हिस्सा आ रहा है, जो इस प्रणाली की सफलता को दर्शाता है।
मेट्रो रेलवे ने जताया आभार
मेट्रो रेलवे के जनरल मैनेजर पी. उदय कुमार रेड्डी ने कोलकाता और आसपास के जिलों के नागरिकों का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने मेट्रो रेलवे को परिवहन के सबसे भरोसेमंद साधन के रूप में अपनाया है। उनका कहना था कि मेट्रो की बढ़ती यात्री संख्या और डिजिटल भुगतान के बढ़ते चलन से यह साबित होता है कि कोलकाता के लोग मेट्रो को न केवल एक सुविधाजनक बल्कि एक स्मार्ट और सुरक्षित विकल्प मानते हैं।