कई यात्रियों का आरोप : बिना ट्रेन के टिकट के ही लोकल में कर रहे हैं सफर
मेट्रो स्टेशन पर खोले गये रेलवे टिकट काउंटर में नहीं रहती है भीड़
हावड़ा : कोलकाता और हावड़ा को जोड़ने वाले मेट्रो स्टेशन का सभी आम लोग अच्छे से उपयोग कर रहे हैं। रोज़ाना हज़ारों लोगों की संख्या में भीड़ नज़र आ रही है। रोजाना ट्रेन में सफर करनेवाले लोग मेट्रो की सवारी कर रहे हैं। हावड़ा स्टेशन में मेट्रो टिकट काउंटर फ़िलहाल 5 ही खोले गए हैं। ऐसे में लोगों की तादाद बढ़ रही है और यह उनके लिए सबसे आसान रूट बन रहा है। पहले लोगों का यह सवाल था कि वह जब हावड़ा मेट्रो स्टेशन से निकलकर हावड़ा स्टेशन पहुंचेंगे तब उन्हें टिकट के लिए कैसे और कहां जाना होगा? ऐसे में यात्रियों की सुविधा के लिए मेट्रो स्टेशन के अंदर ही पूरे रेलवे की ओर से दो टिकट काउंटर खोल दिए गए। परंतु अभी भी उसमें ज्यादा भीड़ नहीं रहती है। हालांकि हावड़ा स्टेशन जो कि देश के सबसे व्यस्तम स्टेशन में से एक है। यहां रोजाना लाखाें लोग आवाजाही करते हैं। ऐसे में टिकट काउंटर अन्य लोगों के आराम के लिए ही खोले गये ताकि उन्हें परेशान न होना पड़े। इस बारे में मेट्रो स्टेशन के भीतर खुले ईस्टर्न रेलवे द्वारा टिकट काउंटर में मौजूद कर्मियों ने बताया कि यह काउंटर यात्रियों की सुविधा के लिए खोले गए हैं, अगर स्टेशन से निकलकर किसी यात्री को आगे के गंतव्य के लिए ट्रेन पकड़नी है तो वह यहां से टिकट ख़रीद कर जा सकता है।
मेट्रो से स्टेशन आने वाले यात्रियों की जांच के लिए नहीं है टीटीई
हावड़ा मेट्रो से बाहर निकलते ही प्लेटफार्म नंबर 15 से स्टेशन पर जाने पर तस्वीर ही कुछ अलग नजर आ रही है। दरअसल, शुक्रवार को देखा गया कि जब यात्री ब्लू व ग्रीन लाइन के सफर से हावड़ा स्टेशन पहुंचते हैं तो जिन्हें एक्सप्रेस ट्रेन पकड़नी है उनके पास पहले से ही ट्रेन की टिकटें मौजूद हैं। एक लोकल में सफर करनेवाले यात्री अमित गुप्ता ने बताया कि वह धर्मतल्ला में कार्यरत है और वे शेवड़ाफुली रहते हैं। ऐसे में वे कई बार हाल के दिनों में मेट्रो से सफर कर स्टेशन में आराम से आ जाते हैं और लोकल ट्रेन पकड़ लेते हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि चेकिंग के लिए टीटीई मौजूद ही नहीं रहता है। हालांकि रेलवे का दावा है कि कोई भी यात्री बिना टिकट के रेल सफर न करे, इसके लिए टीटीई को तैनात किया गया परंतु यात्रियों का कहना है कि वे अपने से टिकट जरूर खरीद लेते हैं और कईयों का कहना है कि उनके पास मंथली पास है। लेकिन अब सवाल यह उठता है कि जो लोग टिकट नहीं खरीद रहे हैं, उनका क्या?