राज्य सरकार ने पीडब्ल्यूडी विभाग को दी जिम्मेदारी
कोलकाता : ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए एक और फ्लाईओवर का काम जल्द शुरू होने जा रहा है। यह फ्लाईओवर चिंगरीहाटा, ईएम बाईपास से सेक्टर 5 महिशबथान तक होगा। गौरतलब है कि यह फ्लाईओवर जैसा कि पहले केएमडीए करने वाला था मगर अब इसे पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा किया जायेगा। पीडब्ल्यूडी विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सन्मार्ग को बताया कि यह करीब 7.5 कि.मी. लंबा फ्लाईओवर होगा। इसका डीपीआर मंगवाया गया है। कई मामलों में पहले ही अप्रुवल मिल चुका है। बहुत जल्द काम शुरू होने की उम्मीद है। वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इस मामले में पहले ही कई अहम काम हो चुके हैं। ईएम बाईपास पर मेट्रोपॉलिटन से साल्टलेक में महिशबथान तक 7.5 किलोमीटर लंबे फ्लाईओवर के निर्माण के लिए अभी और भी कई अहम पहलुओं पर काम होने बाकी है। फ्लाईओवर के लिए पर्यावरणीय मंजूरी बहुत महत्व रखती है। इसकी मंजूरी मिल चुकी है। डीपीआर के बाद फंड के लिए वित्त विभाग में मंजूरी के लिए भेजा जायेगा। मंजूरी मिलते ही आगे की प्रक्रिया शुरू हो जायेगी।
ऐसा होगा प्रस्तावित प्रोजेक्ट
अब तक प्रस्तावित के अनुसार फ्लाईओवर दो रैम्प होंगे यानी एक डाउनवर्ड तथा एक अपवर्ड। लंबाई 7.5 कि.मी. तथा चौड़ाई 66.5 चौड़ाई प्रस्ताव में है। निक्को पार्क के पास दाहिनी ओर मुड़ेगा और महिषबथान पर समाप्त होगा। सूत्रों के मुताबिक मुख्य रूप से, केएमडीए को फ्लाईओवर का काम करना था। हालांकि, राज्य सरकार ने वर्तमान में पीडब्ल्यूडी को निर्माण की जिम्मेदारी सौंप दी है। प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत 700 करोड़ रुपये से ज्यादा होगी।
चिंगरीहाटा फ्लाईओवर का भार होगा कम
जैसा कि अभी चिंगरीहाटा फ्लाईओवर की स्थिति उतनी अच्छी नहीं है। एक्सपर्ट ने इसे लेकर कई जरूरी सलाह भी दिये हैं। जानकारी के मुताबिक प्रस्तावित फ्लाईओवर से चिंगरीघाटा फ्लाईओवर का भार कम होने की उम्मीद है जो अच्छी स्थिति में नहीं है। वहीं उस ओर जाने के लिए ट्रैफिक दबाव भी कम होगा। नये फ्लाईओवर बन जाने से सेक्टर 5 तक जाने का सफर काफी ज्यादा सुगम हो जायेगा।