हमले में घायल BSF जवान के कपड़े
हमले में घायल BSF जवान के कपड़े

बकरीद से पहले घुसपैठ की फिराक में बांग्लादेशी तस्कर, नदिया में BSF जवान पर जानलेवा हमला

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नदिया : नदिया जिले की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बांग्लादेशी मवेशी तस्करों ने बीती रात BSF जवानों पर हमला कर दिया। इस हमले में एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गया है। तस्करी रोकने के लिए बीएसएफ जवानों के लगातार प्रयासों से हताश तस्करों ने भारत-बांग्लादेश सीमा के पास इस घटना को अंजाम दिया। मिली जानकारी के अनुसार जब थर्मल इमेजर (एचएचटीआई) के साथ ड्यूटी पर तैनात जवान ने सीमा पार करने की कोशिश कर रहे 6-7 लोगों की संदिग्ध हरकत देखी, तो उसने तुरंत अपने नजदीकी जवान को घुसपैठ के बारे में सतर्क कर दिया। इसी बीच धारदार हथियारों और वायर कटर से लैस बांग्लादेशी तस्करों ने इंप्रोवाइज्ड बाड़ को काट कर बॉर्डर रोड को पार कर भारत की ओर बढ़ने की कोशिश हालांकि इसी बिंदु पर तैनात जवान ने घुसपैठियों को रुकने की चेतावनी दी और ललकारते हुए उनकी ओर भागा। हालांकि तस्करों ने इस चेतावनी के विरुद्ध जवान की बढ़ते हुए उसे घेरने की कोशिश की। जवाबी कार्रवाही में जवान ने गैर-घातक रणनीति अपनाते हुए अपने पंप एक्शन गन (पीएजी) से एक राउंड फायर किया लेकिन वह मिसफायर हो गया। इसके बाद बांग्लादेशी बदमाशों ने बीएसएफ जवान पर तेजधार दाह से बेरहमी से हमला कर दिया। इससे जवान के कूल्हे, कमर और गर्दन पर गंभीर चोटें आयीं। धारदार हथियार से किया गया हमला इतना जोरदार था कि जवान की बेल्ट भी कट गई और राइफल और मैगजीन क्षतिग्रस्त हो गई, जिससे मैगजीन से सभी गोलियां बिखर गईं। स्थिति को गंभीर देखकर उसके साथियों ने अपने पीएजी से गोली चलाई लेकिन तब तक बांग्लादेशी बदमाश अंधेरे और घनी झाड़ियों का फायदा उठाकर बांग्लादेश भागने में सफल रहे। घायल जवान को तुरंत प्राथमिक उपचार के बाद कोलकाता के एसएसकेएम ट्रॉमा सेंटर में लाया गया जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। घटना के बाद, बीएसएफ अधिकारियों ने बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के साथ कमांडेंट स्तर की बैठक की और कड़ा विरोध दर्ज कराया। घटना में शामिल बांग्लादेशी बदमाशों के नाम साझा किए और बीजीबी से उनकी तत्काल गिरफ्तारी की मांग की।

सूत्रों ने बताया कि हमलावर बांग्लादेश के झेनइदाह जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास के गांवों के हैं। बीएसएफ ने घटना की सूचना धानतला पुलिस को दी है और प्राथमिकी भी दर्ज की गई है। दक्षिण बंगाल सीमान्त के प्रवक्ता ए.के. आर्या, डीआईजी ने कहा कि बीएसएफ जवान अपनी जान की परवाह किए बिना भारत-बांग्लादेश सीमा पर सतर्क रहते हैं। उन्होंने आगे कहा कि जब तस्कर अपने नापाक इरादों में सफल नहीं होते हैं, तो वे हताश हो जाते हैं और जवानों पर हमला कर देते हैं, जिसके कारण कई बार हमारे जवान गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं। जवान खुद की और सरकारी संपत्ति की सुरक्षा के साथ-साथ तस्करी को रोकने के लिए सख्त कदम उठाते हैं, जिसके परिणामस्वरूप तस्करों को अक्सर गंभीर परिणाम भुगतने पड़ते हैं।

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