कोलकाता : कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर मामले के खिलाफ चल रहे प्रदर्शनों को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को डॉक्टरों को एक बार फिर बैठक के लिए आमंत्रित किया है। यह बैठक शाम 5 बजे आयोजित की जाएगी और इसे अंतिम अवसर के रूप में प्रस्तुत किया गया है। पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा डॉक्टरों को बातचीत के लिए पांचवीं बार बुलाया गया है, जबकि पहले चार प्रयास बेनतीजा रहे हैं। ममता सरकार की ओर से बैठक के लिए 15 डॉक्टरों को ही बुलाया गया है, जबकि डॉक्टरों ने पूरी मीटिंग की वीडियो रिकॉर्डिंग और लाइव स्ट्रीमिंग की मांग की है। सरकार ने इस बार वीडियो रिकॉर्डिंग और लाइव स्ट्रीमिंग से इनकार कर दिया है, कारण बताते हुए कहा कि मामला सुप्रीम कोर्ट में है और इसलिए रिकॉर्डिंग की अनुमति नहीं दी जाएगी। डॉक्टरों ने स्पष्ट किया है कि यदि मीटिंग की कार्यवाही की रिकॉर्डिंग की अनुमति दी जाती है, तो वे बैठक में शामिल होने के लिए तैयार हैं। अन्यथा, वे मीटिंग का हिस्सा नहीं बनेंगे।
प्रदर्शन और मांगें
आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर के बाद से जूनियर डॉक्टर लगातार 38 दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं। उनकी प्रमुख मांगें सुरक्षा व्यवस्था में सुधार, मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के इस्तीफे, और अन्य मुद्दों पर ध्यान देने की हैं। सुप्रीम कोर्ट ने भी डॉक्टरों से प्रदर्शन समाप्त कर काम पर लौटने का आदेश दिया था और आदेश न मानने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी थी। ट्रेनी डॉक्टर की मां ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से अपेक्षा जताई है कि वे डॉक्टरों की मांगों को मानें। उन्होंने कहा कि केवल यह कहने से कि दोषियों को दंडित किया जाएगा, समस्या का समाधान नहीं होगा। ममता को डॉक्टरों की मांगों को गंभीरता से लेते हुए उन्हें पूरा करना होगा। इस स्थिति को देखते हुए, बातचीत के इस अंतिम प्रयास में दोनों पक्षों के बीच किसी प्रकार का समाधान निकलना अत्यंत महत्वपूर्ण होगा, ताकि स्वास्थ्य सेवाओं की बहाली की जा सके और प्रदर्शनों का अंत हो सके।