इंदौर : इंदौर की गुरदीप कौर वासु (32) बोल, सुन और देख नहीं सकतीं, लेकिन सोमवार को लोकसभा चुनाव के मतदान के बाद उनके चेहरे पर उमड़ी खुशी साफ पढ़ी जा सकती थी। इंदौर के 25.27 लाख मतदाताओं में गुरदीप सबसे अनूठी हैं। वह शारीरिक चुनौतियों को परास्त करके अपने जीवन में दूसरी बार मतदान केंद्र पर पहुंचीं। गुरदीप की मां मनजीत कौर वासु ने संवाददाताओं को बताया कि उनकी बेटी ने वैशाली नगर के एक मतदान केंद्र में वोट डाला और इसमें मदद के लिए वह उनके साथ गई थीं। उन्होंने बताया ‘गुरदीप सोमवार सुबह से बहुत खुश थी कि उसे वोट डालने जाना है। मतदान के बाद उसकी खुशी दूनी हो गई।
मनजीत कौर ने बताया कि उनकी बेटी ने नवंबर 2023 के विधानसभा चुनाव में अपने जीवन में पहली बार मतदान किया था। उन्होंने बताया कि मतदाता सूची में गुरदीप का नाम पिछले साल ही दर्ज कराया गया था। गुरदीप पिछले साल मई में तब भी चर्चा में आई थीं, जब उन्होंने मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल की आयोजित 10वीं की परीक्षा स्वाध्यायी विद्यार्थी के रूप में उत्तीर्ण की थी। अधिकारियों के मुताबिक, यह मंडल के इतिहास का पहला मामला था, जब बोल, सुन और देख नहीं पाने वाले किसी उम्मीदवार ने हाईस्कूल प्रमाणपत्र परीक्षा उत्तीर्ण की। अधिकारियों ने बताया कि गुरदीप की विशेष स्थिति को देखते हुए उन्हें माध्यमिक शिक्षा मंडल के नियमों के मुताबिक परीक्षा के दौरान सांकेतिक भाषा का जानकार सहायक लेखक मुहैया कराया गया था।