कोलकाता : सनातन धर्म में अक्षय तृतीया का दिन बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। ये पर्व वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन जो भी कार्य किए जाए, वह बहुत फलदायी होते हैं। साथ ही अक्षय तृतीया का अर्थ होता है अनंत यानी जिसका कोई अंत न हो, इसलिए इस दिन ली हुई कोई भी वस्तु समाप्त नहीं होती है। वहीं अक्षय तृतीया के दिन अबूझ मुहूर्त रहता है यानी की आप इस दिन कोई भी शुभ कार्य कर सकते हैं, जो बेहद फलदायी माना गया है। कहते है जो व्यक्ति इस दिन अपने घर में तुलसी का पौधा लगाता है, तो उन्हें अनंत सुखों की प्राप्ति होती है। घर से दरिद्रता दूर होती है। इस दिन तुलसी का पौधा लगाना बेहद शुभ माना गया है। कहते हैं कि अक्षय तृतीया के दिन तुलसी का पौधा लगाने से आपको अनेक सुखों की प्राप्ति होती है। इसे घर में लगाना बहुत लाभकारी माना गया है। ऐसे में जानते हैं तुलसी का पौधा कैसे लगाना चाहिए, ताकि आपको पूरा फल प्राप्त हो सके।
तुलसी का पौधा लगाने के लिए आपको आवश्यकता है-तुलसी का पौधा, मिट्टी, खाद, तुलसी के लिए गमला, पानी, पूजा के लिए फूल और दीपक।
इस विधि से लगाएं तुलसी का पौधा
अक्षय तृतीया के दिन आपको ब्रह्म मुहूर्त में उठना चाहिए. इसके बाद दैनिक कार्य से निवृत्त होकर सूर्य देव की आराधना करें. इसके बाद भगवान विष्णु की पूजा करते हुए उनके मंत्रों का जाप करें और तुलसी का पौधा गमले में लगाएं. इसके बाद तुलसी माता की विधि के साथ पूजा करें. तुलसी माता का मंत्र “ॐ श्री तुलसी देवी नमः” का जाप करें.तुलसी पौधा लगाने के नियम क्या हैं?
आपको इस दिन व्रत रखना चाहिए और भगवान विष्णु की पूजा करें।
मंत्रों का जाप करते हुए अपनी पूजा करें. लेकिन इस बात का जरूर ख्याल रखें कि मंत्रों का उच्चारण गलत न हो।
इसके अलावा तुलसी माता को हर दिन सुबह के वक्त जल अर्पित करें। पूजा-पाठ करें। इससे आपको बहुत लाभ मिलेगा।