कहा – हिम्मत है तो मुझे घर से बाहर निकाल कर दिखाएं सीबीआई वीडियो फुटेज पर क्यों मौन हैं राज्यपाल
कोलकाता : संदेशखाली स्टिंग ऑपरेशन फुटेज को लेकर बंगाल की राजनीति में तहलका मच गया है। इस संदर्भ में शनिवार को टीएमसी भवन में पत्रकारों के साथ रूबरू होते हुए टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कहा कि बंगाल की राजनीति को भाजपा ने शर्मसार किया है। वे इस स्तर पर गिर गये हैं कि बंगाल को बदनाम कर रहे हैं। 1 घंटा 34 मिनिट के प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिए कई चुनिंदा सवालों के जवाब में उन्होंने क्या कहा, आइये देखते हैं :
सवाल : यह स्टिंग ऑपरेशन किसने किया ?
जवाब : मुझे नहीं पता कि यह किसने किया लेकिन जिसने भी यह किया है, सराहनीय कार्य है। इससे यह साबित होता है कि बीजेपी ने कैसे नापाक साजिश रची है।
सवाल : शुभेंदु अधिकारी की शिकायत है कि यह स्टिंग आपरेशन और आई-पैक की साजिश है ?
जवाब : हास्यास्पद ! अगर हम साजिश कर रहे हैं तो उनके मंडल प्रमुख गंगाधर कयाल वीडियो में क्या कर रहे हैं? शुभेंदु उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे हैं?
सवाल : कल प्रधानमंत्री ने शिकायत की कि बंगाल में हिंदू ‘दोयम दर्जे के नागरिक’ के रूप में रह रहे हैं। आप क्या सोचते हैं?
जवाब : आप भी हिंदू हैं। बंगाल में रहते हैं। क्या आप ‘दोयम दर्जे के नागरिक’ के तरह खूद को महसूस करते हैं? आशा है आपको अपना उत्तर मिल गया होगा।
सवाल : शुभेंदु ने कहा है कि गंगाधर आप पर सीबीआई में शिकायत दर्ज करायेगा।
जवाब : शुभेंदु से कहें कि अगर सीबीआई में दम है तो मुझे घर से बाहर निकाल कर दिखाए, सीबीआई के नाम पर कहीं और राजनीति करने को उन्हें कहें। वे बंगाल के लोगों को ‘दोयम दर्जे’ का नागरिक मानते हैं। बंगाल के लोग सीबीआई को खुश करने के लिए नहीं जीते हैं। जिस बंगाल में रवीन्द्रनाथ, विवेकानन्द पैदा हुए, वहां शुभेंदु जैसे गद्दार भी पैदा हुए, इन सबका मास्टरमाइंड है। यह शर्म की बात है।
सवाल : क्या स्टिंग ऑपरेशन के वीडियो को लेकर आप कोर्ट जाएंगे ?
जवाब : संदेशखाली का यह मामला पहले से सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। मुझे लगता है कि राज्य सरकार को इस वीडियो को शीर्ष अदालत के समक्ष जरूर पेश करना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट भी देखें कि संदेशखाली में क्या हो रहा है। अब तक तो सीबीआई ने भी देख ही लिया होगा।
सवाल : राज्यपाल पर लगे छेड़छाड़ के आरोपों के बारे में क्या कहेंगे ?
जवाब : यदि महामहिम राज्यपाल में जरा भी विवेक बचा हो तो उन्हें पहले माफी मांगनी चाहिए। बंगाल की जनता को राजभवन का बहिष्कार करना चाहिए। उनका मुखौटा बेनकाब हो गया है, उनका असली चेहरा सामने आ गया है।
सवाल : अधीर चौधरी का कहना है कि ममता संदेशखाली क्यों नहीं जा रही हैं ?
जवाब : जब संदेशखाली की घटना हुई तो तृणमूल नेता कानून का पालन करते हुए और धारा 144 का पालन करते हुए वहां नहीं गये। इसलिए मुख्यमंत्री भी वहां नहीं गयीं। बीजेपी ऐसा नहीं चाहती कि हमारे क्षेत्र में शांति और सद्भाव बना रहे । ममता बनर्जी समय आने पर जाएंगी।
सवाल : कुणाल घोष को लेकर क्याें कार्रवाई की गयी ?
जवाब : कोई भी पार्टी अनुशासन से ऊपर नहीं है। टीम को लगा कि उन्होंने अनुशासन तोड़ा है, इसलिए कार्रवाई की गई।