नई दिल्ली : रिजर्व बैंक ने 2000 रुपये के नोट को सर्कुलेशन से बाहर करने का फैसला किया है। इस फैसले का ऐलान शुक्रवार को किया गया और उसके साथ ही अफवाहों का बाजार गर्म हो गया। सेंट्रल बैंक ने लोगों को इस फैसले के साथ 2016 में की गई नोटबंदी की यादें दिला दी। सेंट्रल बेंक ने लोगों को 2000 रुपये के नोट बदलवाने की सलाह दी है, जिसकी प्रक्रिया सोमवार से शुरू होने वाली है, लेकिन उससे पहले हो रही बातों ने लोगों को परेशान करना शुरू कर दिया। अब इन अफवाहों को लेकर स्थिति साफ की गई है।
एसबीआई ने भेजा ये लेटर
देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई ने 2000 रुपये के नोट बदलवाने की प्रक्रिया को लेकर चल रही तरह-तरह की बातों के बारे में रविवार को स्थितियां साफ करने का प्रयास किया। एसबीआई ने भ्रम की स्थिति को दूर करने के लिए अपने सभी शाखाओं को एक लेटर भेजा है। उसमें सभी शाखाओं को आम लोगों के 2000 रुपये के नोट को बदलने की प्रक्रिया के बारे में बताया गया है।
गर्म है अफवाहों का बाजार
ऐसी अफवाहें फैलाई जा रही थीं कि 2000 रुपये के नोट को बैंक में जाकर बदलने के लिए लोगों को एक फॉर्म भरना होगा। विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक कथित फॉर्म भी वायरल होने लग गया था। इसके अलावा यह भी कहा जा रहा था कि 2000 रुपये के नोट को बदलवाने के लिए आधार कार्ड, पैन कार्ड या किसी पहचान पत्र की जरूरत पड़ेगी।
नहीं पड़ेगी इन सब की जरूरत
एसबीआई ने अब इन तमाम अफवाहों पर विराम लगा दिया है। भारतीय स्टेट बैंक ने साफ किया है कि बैंकों में जाकर 2000 रुपये के नोट को आराम से बदलवाया जा सकता है। इसके लिए लोगों को किसी तरह का कोई फॉर्म भरने की जरूरत नहीं है। एसबीआई ने यह भी बताया है कि लोगों को नोट की बदली के लिए आधार कार्ड या पैन कार्ड अथवा कोई अन्य पहचान पत्र देने की भी जरूरत नहीं होगी।
इस तरह होगी नोटों की बदली
आपको बता दें कि रिजर्व बैंक ने 2000 रुपये के नोट को बंद नहीं किया है. सेंट्रल बैंक का कहना है कि लेन-देन में इन नोटों का इस्तेमाल अभी भी किया जा सकता है। हालांकि रिजर्व बैंक ने लोगों को सलाह दिया है कि वे 30 सितंबर 2023 तक 2000 रुपये के नोटों को बैंक जाकर बदलवा लें। एक व्यक्ति एक बार में 2000 रुपये के 10 नोट यानी 20 हजार रुपये तक की अदला-बदली करा सकता है। नोटों को बदलने की प्रक्रिया सभी बैंक शाखाओं में सोमवार यानी 22 मई से शुरू हो जाएगी।