

नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी ने आज एक AI-जनरेटेड व्यंग्यात्मक वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया जिसमें चुनाव आयोग के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण (SIR) अभियान को “वोट कटवा मिशन” बताकर भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। वीडियो में काल्पनिक दृश्य दिखाए गए हैं जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार के बीच वार्तालाप में दिखाया है कि चुनाव अधिकारी मिलकर विपक्षी, दलित व ओबीसी मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से कथित रूप से हटाने का प्लान बना रहे हैं।
BLO विपिन यादव की आत्महत्या से जोड़ा सम्बन्ध
कांग्रेस ने इस वीडियो को उत्तर प्रदेश के BLO विपिन यादव की 25 नवंबर को आत्महत्या से जोड़ते हुए पोस्ट किया। विपिन के परिवार का दावा है कि SIR के दौरान उन पर ऊपर से दबाव था कि वे विपक्षी बहुल इलाकों से बड़े पैमाने पर नाम काटें। पिछले दो महीनों में उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में SIR के दबाव में 26 BLO की मौत की खबरें सामने आई हैं, जिनमें ज्यादातर मामलों में हार्ट अटैक या आत्महत्या बताई गई है।
वीडियो हुआ वायरल
वीडियो के वायरल होते ही सोशल मीडिया पर दो धड़े बन गए। कांग्रेस समर्थक इसे “चुनावी लोकतंत्र पर हमला” बता रहे हैं तो भाजपा नेताओं ने इसे “घिनौना प्रोपेगेंडा” और “मृत BLO का अपमान” करार दिया है।
चुनाव आयोग ने आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है
चुनाव आयोग ने अभी तक इस वीडियो पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन सूत्र बता रहे हैं कि वह इस तरह के “डीपफेक कंटेंट” पर संज्ञान ले सकता है। इस बीच, विपक्षी दलों ने संयुक्त रूप से SIR अभियान पर रोक और निष्पक्ष जांच की मांग तेज कर दी है। गौरतलब है कि SIR को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है।