केरल निकाय चुनाव के दूसरे चरण के लिए मतदान शुरू, अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर अहम

स्थानीय निकाय चुनाव को कई चुनाव विश्लेषक अगले साल होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव से पहले एक महत्वपूर्ण संकेत के रूप में देख रहे हैं।
केरल निकाय चुनाव के दूसरे चरण के लिए मतदान शुरू, अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर अहम
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तिरुवनंतपुरम: केरल के सात जिलों में महत्वपूर्ण स्थानीय निकाय चुनाव के दूसरे चरण का मतदान बृहस्पतिवार सुबह शुरू हो गया और शुरुआती दो घंटों में आठ प्रतिशत सेअधिक मतदान दर्ज किया गया। त्रिशूर, पलक्कड़, कोझिकोड, मलप्पुरम, वायनाड, कन्नूर और कासरगोड जिलों के 18,274 मतदान केंद्रों पर सुबह सात बजे से मतदान शुरू हो गया, जिसमें मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। मतदान शाम छह बजे खत्म होगा। राजनीतिक दलों के नेताओं समेत सभी उम्र और पेशे के लोग सुबह से ही मतदान केंद्रों पर कतार में खड़े दिखे।

सबरीमला मुद्दा से वाम मोर्चे को नुकसान की संभावना नहीं

मुख्यमंत्री पिनराई विजयन अपने परिवार के साथ कन्नूर में मतदान करने पहुंचे। अपना वोट डालने के बाद उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) की ऐतिहासिक जीत के प्रति विश्वास व्यक्त किया और कहा कि सबरीमला स्वर्ण क्षति का मुद्दा वाम मोर्चे की संभावनाओं को प्रभावित नहीं करेगा। उन्होंने दावा किया कि सरकार ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई की है और अगर कोई और पार्टी सत्ता में होती तो ऐसे कदम नहीं उठाए जाते।

राहुल ममकूटाथिल के खिलाफ साजिश: कांग्रेस

केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) के प्रमुख सनी जोसेफ द्वारा विधायक राहुल ममकूटाथिल के खिलाफ यौन उत्पीड़न की दूसरी शिकायत के पीछे साजिश के दावों के संबंध में मुख्यमंत्री ने पार्टी में ‘‘यौन विकृतियों के एक आपराधिक गिरोह’’ की मौजूदगी का संकेत दिया। विजयन ने कहा कि ऐसे लोग अपने पीड़ितों को धमकाते हैं ताकि वे सामने आकर अपनी बात न कह सकें।

कांग्रेस व उनकी सहयोगी पार्टी

वहीं, सादिक अली शिहाब थंगल, पी के कुन्हालीकुट्टी और एम के मुनीर जैसे इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) के नेता स्थानीय निकाय चुनाव में यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) की भारी जीत को लेकर आश्वस्त हैं। आईयूएमएल कांग्रेस की प्रमुख सहयोगी पार्टी है। केपीसीसी प्रमुख ने कहा कि सबरीमला सोने का मुद्दा चुनाव में एलडीएफ की संभावनाओं को प्रभावित करेगा क्योंकि वे घोटाले में शामिल लोगों को संरक्षण दे रहे हैं।

निकाय चुनाव का परिणाम अगले साल विधानसभा चुनाव का प्रतिबिम्ब

स्थानीय निकाय चुनाव को कई चुनाव विश्लेषक अगले साल होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव से पहले एक महत्वपूर्ण संकेत के रूप में देख रहे हैं। दूसरे चरण में 1.53 करोड़ से अधिक मतदाता ग्राम पंचायतों, ब्लॉक पंचायतों, जिला पंचायतों, नगरपालिकाओं और नगर निगमों सहित 604 स्थानीय निकायों के 12,931 वार्ड में प्रतिनिधियों का चुनाव करेंगे।

कुल 38,994 उम्मीदवारों का होना है फैसला

इस चुनाव में कुल 38,994 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। राज्य के तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, पथनमथिट्टा, अलप्पुझा, कोट्टायम, इडुक्की और एर्नाकुलम जिलों में मतदान का पहला चरण नौ दिसंबर को लगभग 70 प्रतिशत मतदान के साथ संपन्न हुआ। दोनों चरणों के मतदान के परिणाम 13 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे।

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