स्मार्टफोन में अनिवार्य होगा ‘संचार साथी’ ऐप, साइबर सुरक्षा के लिए सरकार का बड़ा कदम

सभी नए स्मार्टफोन में अनिवार्य होगा ‘संचार साथी’ ऐप, साइबर अपराध रोकने की दिशा में सरकार का सख्त कदम
स्मार्टफोन में अनिवार्य होगा ‘संचार साथी’ ऐप, साइबर सुरक्षा के लिए सरकार का बड़ा कदम
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नई दिल्ली: संचार साथी ऐप द्वारा सरकार सुरक्षा के क्षेत्र में नया कदम उठाया है। दूरसंचार विभाग ने नया आदेश जारी किया कि सभी स्मार्टफोन निर्माता और आयातक, जैसे एप्पल, सैमसंग, ओप्पो, वीवो और शाओमी, अपने नए फोन में 'संचार साथी' ऐप को पूर्व-स्थापित (प्री-इंस्टॉल) करें। यह ऐप अब अनिवार्य होगा और उपयोगकर्ता इसे हटा या अक्षम नहीं कर सकेंगे। आदेश के अनुसार, नए डिवाइस पर ऐप पहली सेटअप के समय दिखाई देगा और पूरी तरह कार्यशील रहेगा। पहले से बिक्री चैनलों में मौजूद फोनों में सॉफ्टवेयर अपडेट के जरिए इसे डाला जाएगा। कंपनियों को 90 दिनों में अनुपालन सुनिश्चित करना होगा, अन्यथा जुर्माना लग सकता है।

संचार साथी ऐप DoT की नागरिक-केंद्रित पहल है, जो मई 2023 में वेब पोर्टल के रूप में शुरू हुई थी। जनवरी 2025 में इसका मोबाइल वर्जन एंड्रॉयड और iOS के लिए लॉन्च किया गया। लॉन्च के बाद से 50 लाख से अधिक डाउनलोड हो चुके हैं। यह ऐप उपयोगकर्ताओं को सशक्त बनाता है और साइबर धमकियों से बचाता है।

मुख्य फीचर्स में शामिल हैं

  1. IMEI नंबर के जरिए सभी नेटवर्क पर फोन को अवरुद्ध किया जा सकता है। इससे पुलिस ट्रेसिंग आसान होती है। अब तक 37 लाख से अधिक चोरी फोन ब्लॉक हो चुके हैं, जिसमें अक्टूबर में 50,000 शामिल हैं।

  2. संदिग्ध कॉल, एसएमएस या व्हाट्सएप मैसेज की रिपोर्टिंग सीधे अधिकारियों को होगी।

  3. अपने नाम पर रजिस्टर्ड सभी नंबर चेक करें और अनधिकृत कनेक्शन रिपोर्ट करें। 3 करोड़ से अधिक फर्जी कनेक्शन बंद हो चुके हैं।

  4. फोन की प्रामाणिकता सत्यापित करें, नकली IMEI से बचें।

सरकार का कहना है कि डुप्लिकेट IMEI नंबर साइबर अपराधों को बढ़ावा देते हैं, जैसे स्कैम और नेटवर्क दुरुपयोग। यह कदम टेलीकॉम साइबर सिक्योरिटी रूल्स 2024 के तहत लिया गया है, जो नागरिकों को जाली डिवाइस खरीदने से बचाएगा।

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