

नई दिल्ली: ऐतिहासिक रामलीला मैदान में 14 दिसंबर 2025 को कांग्रेस की 'वोट चोर, गद्दी छोड़' महारैली हुई। राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और प्रियंका गांधी वाड्रा सहित शीर्ष नेताओं ने हजारों कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। रैली का मुख्य फोकस चुनावी अनियमितताओं और वोटर लिस्ट में कथित हेराफेरी पर था।
प्रियंका गांधी का जोरदार भाषण
प्रियंका गांधी वाद्रा ने दावा किया कि यदि देश में सही चुनाव और मत पत्र से चुनाव करा लिए जाएं तो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को कभी चुनाव नहीं जीत सकती। कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी का विश्चास घट रहा है तथा सिर्फ निर्वाचन आयोग की बदौलत चुनाव जीता जा रहा है।
बिहार चुनाव का परिणाम छल है
उनका कहना था कि बिहार विधानसभा चुनाव में हार को लेकर कांग्रेस समर्थकों को मायूस होने की जरूरत नहीं है क्योंकि यह चुनाव 65 लाख लोगों के नाम मतदाता सूची से काटकर और आचार संहिता के बीच लोगों के खातों में 10-10 हजार रुपये पहुंचाकर चोरी हुआ है। प्रियंका गांधी ने विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के मुद्दे पर दावा किया कि उत्तर प्रदेश में तीन करोड़ नामों को मतदाता सूचियों से हटाए गए हैं।
लोकतंत्र और संविधान की रक्षा का आह्वान
प्रियंका गांधी ने कहा, ‘‘जब सब संस्थाओं को कुचला जा रहा है, तो एक-एक भारत वासी को उठना चाहिए, जागना चाहिए और समझना चाहिए कि देश के व्यक्ति पर वार हो रहा है।’’ उन्होंने दावा किया कि आज के समय में न्यायपालिका दबाव में है। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव की घोषणा लेकर नतीजे तक हर चीज को संदिग्ध बना दिया गया है। प्रियंका गांधी ने कहा, ‘‘ मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार तथा चुनाव आयुक्तों सुखबीर सिंह संधू और विवेके जोशी के नाम देश कभी नहीं भूलेगा तथा उन्हें एक दिन उनको जवाब देना होगा।
रैली का राजनीतिक महत्व
यह रैली कांग्रेस की चुनाव सुधारों और वोटर अधिकारों की लड़ाई को मजबूत करने का प्रयास थी। BJP ने इसे घुसपैठियों को बचाने की साजिश बताया, लेकिन कांग्रेस ने इसे जनता की आवाज करार दिया।