

इंफाल: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज से मणिपुर का अपना दो दिवसीय दौरा शुरू करेंगी, जिसके दौरान वह ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के खिलाफ महिलाओं के संघर्ष की स्मृति में आयोजित एक समारोह में भाग लेंगी और प्रसिद्ध श्री गोविंदाजी मंदिर में पूजा-अर्चना भी कर सकती हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी देते हुए यह भी कहा कि राष्ट्रपति के दौरे के विरोध में उग्रवादी संगठनों द्वारा बंद का आह्वान किए जाने के बाद पूरे राज्य में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
राष्ट्रपति का मणिपुर का पहला दौरा
राष्ट्रपति बनने के बाद मुर्मू का यह इस संघर्षग्रस्त राज्य का पहला दौरा होगा। उनका यह दौरा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 13 सितंबर को राज्य के दौरे के लगभग तीन महीने बाद हो रहा है। मोदी ने मई 2023 में जातीय हिंसा भड़कने के बाद पहली बार राज्य का दौरा किया था। अधिकारियों ने बताया कि आगमन के बाद मुर्मू दोपहर में लोक भवन से कुछ ही मीटर की दूरी पर स्थित मापाल कांगजेइबुंग (इम्फाल पोलो ग्राउंड) में युवा मामले और खेल विभाग द्वारा आयोजित पोलो प्रतियोगिता में भाग लेंगी।
गोविंदाजी मंदिर में भी जा सकतीं हैं मुर्मू
बाद में वह मणिपुर में वैष्णव धर्म के प्रमुख केंद्र श्री गोविंदाजी मंदिर में प्रार्थना कर सकती हैं। अधिकारियों ने बताया कि शाम को वह लोक भवन में विश्राम करने से पहले सिटी कन्वेंशन सेंटर में आयोजित एक नागरिक स्वागत समारोह में भाग लेंगी। शुक्रवार को मुर्मू के नगा बहुल सेनापति जिले में वार्षिक नुपी लान समारोह और एक अन्य कार्यक्रम में भाग लेने की संभावना है।
महिला स्वतंत्रता सेनानीयों को समर्पित नुपी लान स्मारक
नुपी लान स्मारक ब्रिटिश औपनिवेशिक नीतियों के विरोध में 1904 और 1939 में महिलाओं के नेतृत्व में हुए दो आंदोलनों की याद में बनाया गया है। इस बीच, प्रतिबंधित संगठनों के एक समूह समन्वय समिति (कोरकॉम) द्वारा मुर्मू के दौरे के विरोध में बुधवार देर रात एक बजे से उनके प्रस्थान तक बुलाए गए बंद के कारण इंफाल घाटी में सामान्य जनजीवन आंशिक रूप से प्रभावित हुआ है। बाजार और शैक्षणिक संस्थान बंद हैं तथा सड़कों से वाहन नदारद हैं।