

नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने छोटे आईसक्रीम उत्पादकों की समस्याओं का उल्लेख करते हुए बुधवार को दावा किया कि मोदी सरकार में हर क्षेत्र में एकाधिकार या ‘डुओपॉली’ (सिर्फ दो समूहों का एकाधिकार) को बढ़ावा दिया जा रहा है जो भारत के लिए अभिशाप है।
भारत की अर्थव्यवस्था MSME से मजबूत होगी
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष ने यह भी कहा कि सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उपक्रम (MSME) के हाथों में भारत की अर्थव्यवस्था की मज़बूत पकड़ देनी होगी। उन्होंने अपने व्हाट्सऐप चैनल पर पोस्ट किया, ‘‘एकाधिकार या ‘डुओपॉली’ (सिर्फ दो समूहों का एकाधिकार) भारत के लिए अभिशाप है। मोदी सरकार हर क्षेत्र, हर उद्योग में यही करती आ रही है।’’
आइसक्रीम उत्पादक जैसे उद्योग देश की रीढ़
उन्होंने कहा, ‘‘जनसंसद के दौरान छोटे और मध्यम आइसक्रीम उत्पादकों के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात हुई। उनसे बातचीत कर उनकी समस्याएं सुनने पर साफ़ हुआ कि सरकार अपने पसंदीदा उद्योगपतियों के लिए छोटे व्यापारों को तबाह करने पर आमादा है।’’
राहुल गांधी का कहना था कि छोटे आइसक्रीम उत्पादकों के खरीदार भारत के गरीब और निम्न मध्य वर्ग के लोग हैं तथा देशभर में ऐसे हज़ारों छोटे आइसक्रीम निर्माता हैं, जो लाखों लोगों को रोज़गार देते हैं।
छोटे व्यवसायों के लिए GST जटिल
उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे छोटे व्यवसायों के लिए जीएसटी इतना जटिल है कि उसका बोझ उठाना उनके लिए मुश्किल हो जाता है। इसी कारण छोटे कारोबारों के लिए एक विशेष योजना बनाई गई थी, लेकिन भाजपा सरकार ने जानबूझकर आइसक्रीम को इस योजना से बाहर कर दिया। इसके साथ ही भाजपा शासित राज्यों और नगर निगमों ने फीस में तेज़ बढ़ोतरी कर दी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ऊंचे कर, बढ़ती काग़ज़ी कार्रवाई और बढ़ते शुल्क के इस धमाके के सामने छोटे आइसक्रीम निर्माता बिखरते जा रहे हैं।
आज वे इंडिया गेट जैसे पर्यटन स्थलों पर भी मुश्किल से दिखाई देते हैं।’’ राहुल गांधी ने दावा किया कि यही कहानी हर क्षेत्र में दोहराई जा रही है। उन्होंने कहा, ‘‘हमें इस चक्रव्यूह को तोड़कर एमएसएमई के हाथों में भारत की अर्थव्यवस्था की मज़बूत पकड़ देनी होगी, ताकि युवाओं को रोज़गार मिले, जनता को सस्ते और अच्छे विकल्प मिलें और छोटे व्यापार देश की प्रगति में बराबरी के भागीदार बन सकें।’’