नई दिल्ली : बिहार विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग द्वारा शुरू की गई विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया को लेकर इंडिया गठबंधन के सांसदों ने गुरुवार को भी संसद भवन के बाहर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में कांग्रेस, आजरेडी, तृणमूल कांग्रेस, समाजवादी पार्टी समेत कई दलों के सांसदों ने हिस्सा लिया। प्रदर्शन में कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, गौरव गोगोई भी शामिल हुए। सोनिया की मौजूदगी ने इस मुद्दे को और अधिक वजन दिया। नेताओं ने हाथों में पोस्टर ले रखे थे, जिन पर लिखा था, एसआईआर- लोकतंत्र पर हमला है।
कांग्रेस महासचिव (संगठन) के.सी. वेणुगोपाल ने कहा, "वे देश के लोकतंत्र को बर्बाद कर रहे हैं। उनके अपने सदस्य भी कह रहे हैं कि यह प्रक्रिया लोकतंत्र पर हमला है। लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई ने भी सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कहा कि तीन दिन से विपक्ष प्रदर्शन कर रहा है, लेकिन सरकार ने अब तक स्पष्ट नहीं किया कि क्या एसआईआर पर चर्चा होगी या नहीं। वे चुप हैं, और लोगों के मताधिकार को छीन रहे हैं।
इस दौरान कांग्रेस नेता सुखजिंदर सिंह रंधावा ने चुनाव आयोग पर सीधा आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि 'एसआईआर' एक गंभीर मुद्दा है। चुनाव आयोग अब निष्पक्ष संस्था नहीं, बल्कि एक पार्टी का कार्यालय बनकर रह गया है। उसे अपने भीतर झांकना चाहिए और पूर्व चुनाव आयुक्तों के कामकाज से सीख लेनी चाहिए, जिन्होंने कभी किसी की गुलामी नहीं की।